31 दिसंबर 2010
कपास निर्यात के लिए रजिस्ट्रेशन आज से शुरू
कोयंबटूर : इस सीजन में दूसरी बार कपास निर्यात के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो रही है। यह एक हफ्ते तक जारी रहेगी, लेकिन रजिस्ट्रेशन के लिए कपास की मात्रा अब तक तय नहीं हुई है। डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) की वेबसाइट पर बुधवार को ही रजिस्ट्रेशन की शर्तों और रूपरेखा के बारे में सर्कुलर जारी किया जा चुका है। इसमें कहा गया है कि इच्छुक निर्यातक 31 दिसंबर से 6 जनवरी के बीच डीजीएफटी के पास ईमेल से आवेदन करें। 10 जनवरी को कोटा आवंटित होने की उम्मीद है। निर्यातकों को असली कागजात जैसे, लेटर्स ऑफ क्रेडिट या बैंक से फॉरेन इनवार्ड रेमिटेंस सर्टिफिकेट जमा कराना होगा, जिसमें विदेशी खरीदारों की ओर से रेमिटेंस की रसीद दिखाई गई हो, जो कम से कम 25 फीसदी एडवांस पेमेंट हासिल करने का सबूत है। रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी हो जाने के बाद निर्यातक को 30 दिनों के भीतर कंसाइनमेंट भेजना होगा। सर्कुलर में निर्यात की आखिरी तारीख 25 फरवरी बताई गई है। साथ ही, सरकार ने डिफॉल्ट के लिए दंड की भी घोषणा की है। सजा के तौर पर पहले राउंड में समय रहते निर्यात कोटा खत्म नहीं कर पाने वालों को इस बार उतनी ही कम मात्रा आवंटित की जाएगी। कोयंबटूर के विश्लेषक ए रमानी ने कहा, 'शर्तें और औपचारिकताएं सख्त हैं, लेकिन इससे सरकार का निष्पक्ष रुख भी जाहिर होता है। हमें किसी चूक के लिए सतर्क होकर इंतजार करना होगा।' मुंबई के एक उद्योग विश्लेषक ने कहा, 'इस बार के सख्त कदम बताते हैं कि सरकार ने यह मान लिया है कि पिछली बार कोटा आवंटन में घालमेल हुआ था।' उन्होंने कहा, 'करीब 35 लाख गांठें भेजे जाने का अनुमान है और करीब पांच लाख गांठों का निर्यात किया जाना अब भी बाकी है।' कपास निर्यात की घोषणा के बाद गुरुवार को हाजिर बाजार में शंकर-6 वैरायटी की कीमतें 3.45 फीसदी बढ़कर 43,500 प्रति कैंडी रहीं। केपीआर मिल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर पी नटराज का कहना है, 'किसान आने वाले दिनों में दाम में और तेजी की उम्मीद कर रहे हैं, जिसके चलते बाजार में कपास की आपूर्ति नहीं हो रही है।' (BS Hindi)
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