24 दिसंबर 2010
मुनाफे के लालच में कच्चे प्याज का खेल
नई दिल्ली प्याज ने तो लोगों की जेब में डाका डाल ही दिया है अब टमाटर में भी वसूली का खेल शुरू हो गया है। होलसेल में इसके दाम गिर रहे हैं लेकिन रिटेल में ग्राहकों को खुलकर चूना लगाया जा रहा है। आजादपुर मंडी में गुरुवार को टमाटर की होलसेल कीमतें 12 से 20 रुपये प्रति किलो रहीं जो कि बुधवार को 25 रुपये प्रति किलो तक रहीं थी। लेकिन विभिन्न इलाकों में रिटेल में बेचे जा रहे टमाटर को दुकानदारों ने 30 रुपये प्रति किलो तक बेचा। टमाटर के होलसेल व्यापारी सुभाष चुग का कहना है कि आने वाले समय में टमाटर की कीमतों में कमी आएगी। राज्य और केंद्र सरकार प्याज की कीमतों को थामने के दावे कर रहे हैं लेकिन जानकार कहते हैं कि डेढ़ महीने बाद प्याज फिर इसी तरह रुला सकता है। किसान इसकी अधिक कीमत देख खेतों से एडवांस में ही प्याज निकालने में लग गए हैं। इससे जनवरी के अंत में और फरवरी के शुरुआती दिनों में फिर भारी कमी हो सकती है। प्याज कारोबारियों का कहना है कि प्याज की कीमतें बढ़ जाने से कई इलाकों के किसानों ने अडवांस में ही कच्ची फसल खेतों से निकालनी शुरू कर दी। इससे खेतों में प्याज की जो फसल जनवरी के अंत में या फरवरी के शुरुआत में निकाली जानी चाहिए थी उसका बड़ा हिस्सा मार्केट में आने लगा है। आजादपुर मंडी में प्याज के होलसेल व्यापारी राजेंद्र शर्मा का भी कहना है कि यदि सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो निश्चित रूप से फरवरी में प्याज की कमी नजर आएगी। जरूरी है कि जल्द से जल्द इसकी कीमतें नीचे आएं तभी कच्चे प्याज की सप्लाई रुकेगी। बुधवार को ही दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने प्याज के थोक और फुटकर मूल्यों पर नजर रखने के लिए एक नियंत्रण कक्ष बनाया था। इस कक्ष के लिए एक टोल फ्री नंबर- 1800-11-0841 भी जारी किया गया। मकसद था कि इस नंबर पर फोन करने वाली जनता को प्याज के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। मगर, गुरुवार को जब इस नंबर पर फोन किया गया तो दूसरी ओर से बताया गया कि इस नंबर पर जनता की शिकायतें लेने का काम और प्याज के बारे में जानकारी देने का काम शुक्रवार से शुरू किया जाएगा। (Navbharat times)
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