28 दिसंबर 2010
चीनी वायदा में पहले ही दिन 5.44फीसदी की तेजी
चीनी के वायदा कारोबार में पहले ही दिन 5.44 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। विदेशी बाजारों में चीनी में मजबूती का रुख रहने से ही यह तेजी संभव हो पाई। सोमवार को एमसीएक्स में जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में 5.44 फीसदी की तेजी आई। एमसीएक्स में जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में चीनी का भाव 3,050 रुपये प्रति क्विंटल पर खुला तथा निवेशकों की खरीद के बूते 3,216 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। हालांकि, एनसीडीईएक्स में सोमवार को जनवरी वायदा में ज्यादा कारोबार नहीं हुआ। एनसीडीईएक्स में जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में चीनी का भाव 3,044 रुपये प्रति क्विंटल पर खुला तथा 3,047 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सोमवार को चीनी वायदा के पहले दिन ट्रेडिंग के लिए पिछले शुक्रवार के हाजिर भाव को आधार माना गया। चालू पेराई सीजन में चीनी के उत्पादन में खासी बढ़ोतरी के आसार को देखते हुए 'एफएमसी' द्वारा इसके वायदा कारोबार को दोबारा शुरू करने की अनुमति देने के बाद एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स में चीनी वायदा में कारोबार सोमवार से बाकायदा शुरू हो गया। डेढ़ साल तक इस पर पाबंदी के बाद एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स में चीनी का पहला कांट्रैक्ट जनवरी महीने का शुरू हुआ है।मालूम हो कि चीनी की कीमतों में भारी तेजी को देखते हुए सरकार ने मई 2009 में चीनी के वायदा कारोबार पर 30 सितंबर 2010 तक के लिए रोक लगा दी थी। मई 2009 में घरेलू बाजार में चीनी के दाम बढ़कर 45-50 रुपये प्रति किलो से भी ऊपर चले गए थे, जबकि इस समय दाम 32-33 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। हालांकि, जानकारों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमतों में भारी तेजी बनी हुई है तथा भारत सरकार ने पांच लाख टन चीनी का निर्यात 'ओजीएल' में करने का निर्णय लिया है। घरेलू बाजार में भी इस वजह से आने वाले दिनों में चीनी में तेजी का रुख रहने की संभावना है। विदेश में चीनी वर्ष 1981 के बाद के उच्चतम स्तर पर हैं। दूसरे शब्दों में, विदेश में चीनी के भाव पिछले 29 वर्षों के उच्चतम स्तर पर हैं। सोमवार को घरेलू बाजार में चीनी वायदा में तेजी इसी वजह से आई। इसके अलावा जनवरी के तीसरे सप्ताह से चीनी का निर्यात पुन: शुरू होने के मद्देनजर भी इसमें तेजी देखने को मिली। भारत में लंबे समय तक चीनी के वायदा कारोबार पर लगी रोक भी सोमवार की तेजी में सहायक साबित हुई। यह बात कर्वी कॉम ट्रेड के विश्लेषक वीरेश हिरेमथ ने कही। फॉरवर्ड मार्केट कमीशन (एफएमसी) ने हाल ही में चीनी के वायदा कारोबार को मंजूरी दी है। करीब डेढ़ साल से चीनी के वायदा कारोबार पर रोक लगी हुई थी। वैसे तो एफएमसी ने गत 1 अक्टूबर से ही चीनी के वायदा कारोबार पर लगी रोक को हटा लिया था, लेकिन एक्सचेंजों में इसके वायदा कारोबार की अनुमति उस समय नहीं दी गई थी। (Business Bhaskar......R S Rana)
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