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09 फ़रवरी 2010

मिलों की बिकवाली बढ़ने से थोक में चीनी और सस्ती

मिलों की बिकवाली बढ़ने से सोमवार को चीनी की कीमतों में 100-150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। एक्स-फैक्ट्री चीनी के दाम घटकर 3650-3750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए और दिल्ली थोक बाजार में भाव घटकर 3900-3950 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि फुटकर में अभी भी चीनी के दाम 41-43 रुपये प्रति किलो ही चल रहे हैं लेकिन थोक कीमतों में गिरावट को देखते हुए आगामी दिनों में फुटकर में भी दाम घटने की संभावना है।उद्योग सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा कोटे की चीनी की बिक्री साप्ताहिक करने से मिलों पर बिकवाली का दबाव बना हुआ है। जिससे बाजार में चीनी की उपलब्धता बढ़ गई है। साप्ताहिक बिक्री के हिसाब से मिलों को पहले सप्ताह में 20 फीसदी, दूसरे सप्ताह में 30 फीसदी और तीसरे और चौथे सप्ताह में क्रमश: 25-25 फीसदी चीनी की बिकवाली करनी होगी। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा बड़े उपभोक्ताओं पर चीनी की स्टॉक लिमिट की अवधि को 15 दिन से घटाकर 10 दिन कर देने का असर भी कीमतों पर पड़ रहा है। हालांकि स्टॉक लिमिट की ये अवधि बड़े उपभोक्ताओं पर 20 फरवरी से लागू होगी। सूत्रों के अनुसार ब्राजील में गन्ने का उत्पादन बढ़ने की संभावना से अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिफाइंड चीनी की कीमतों में पिछले दो दिनों में करीब 20 डॉलर प्रति टन घटे हैं इसका असर भी घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों पर पड़ेगा। थोक बाजार में चीनी की घटती कीमतों से उम्मीद है कि होली तक फुटकर बाजार में चीनी के दाम घटकर 40 रुपये प्रति किलो से नीचे आ सकते हैं। (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)

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