नई दिल्ली October 31, 2008
प्रमुख सहकारी संस्था नैफेड ने नवंबर माह के लिए पोडुसु किस्म के प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्यों में 30 डॉलर प्रति टन की बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है जबकि अन्य किस्मों की दरों में कोई तब्दीली नहीं की गई है।
नैशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (नैफेड)के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'चेन्नई में उत्पादक संघों की मांगों को ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने पोडुसु किस्म के प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 30 डॉलर बढ़ाया है। इस किस्म के प्याज की खेती पमुख तौर पर तमिलनाडु में की जाती है।'उन्होंने बताया कि पोडुसु किस्म के प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य बढ़ा कर 410 डॉलर प्रति टन कर दिया गया है जबकि प्याज की अन्य किस्मों का औसत न्यूनतम निर्यात मूल्य अपरिवर्तित 230 से 235 डॉलर प्रति टन है। मांग और आपूर्ति संबंधी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि घरेलू बाजार में प्याज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। 'ब्रेक बल्क' वर्ग के प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (लागत और भाड़ा) 230 डॉलर प्रति टन है तथा दुबई और शारजाह जैसी जगहों पर कंटेनर में लदाई करने पर न्यूनतम निर्यात मूल्य 235 डॉलर प्रति टन है। प्याज निर्यात के लिए नैफेड नियामक संस्था की तरह काम करती है और घरेलू उपलब्धता तथा कीमतों को देखते हुए 12 अन्य एजेंसियों से सलाह-मशविरा कर यह हर महीने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य तय करती है। इस वर्ष अप्रैल से अगस्त की अवधि के दौरान 7.09 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 3.82 लाख टन था।दक्षिण भारत से प्रमुख रूप से श्रीलंका, मलयेशिया ओर सिंगापुर को प्याज का निर्यात किया जाता है जबकि नासिक किस्मों को सभी आयात केंद्रों खास तौर से खाड़ी के देशों को भेजा जाता है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश के प्रमुख शहरों (मेट्रो) में प्याज की खुदरा कीमतें 10 रुपये से 16.50 रुपये के बीच है। (BS Hindi)
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