06 अगस्त 2008
आवाज़ समाचार
महंगाई के मोर्चे पर परेशान सरकार और उपभोक्ताओं के लिए एक राहत की खबर है। महंगाई बढ़ाने में मददगार खाने के तेल की कीमतों में काफी गिरावट आई है। एक हफ्ते में ही इसके भाव आठ से दस फीसदी तक गिर गए हैं।
पिछले कई महीनों से उफान पर चल रहे खाने के तेल की कीमत अब गिरने लगी है। एक हफ्ते में ही इंदौर में सोया तेल का भाव जहां करीब 70 रुपए प्रति दस किलो तक गिर गया है, दिल्ली में भी सरसों तेल ने भी 45 रुपए प्रति दस किलो का गोता खाया है। कांडला में ताड़ तेल भी करीब 80 रुपए नीचे आ गया है। दामों में आई इस नरमी की सबसे बड़ी वजह विदेशी बाजार में आई तेज गिरावट को माना जा रहा है।
इसके अलावा सोयाबीन की बुआई भी पिछले साल के मुकाबले करीब आठ लाख हेक्टेयर ज्यादा में हुई है। इससे इसका उत्पादन बढ़ना तय है। ऐसे में आने वाले दिनों में इसमें नरमी जारी रहने के पूरे आसार हैं।
देश में खाने के तेल का 40-50 फीसदी तक आयात करना पड़ता है। ऐसे में विदेशी बाजार में जरा भी मांग बढ़ती है तो घरेलू बाजार का मनोभाव बिगड़ सकता है।...josh18
07 अगस्त 2008
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