एजेंसी / नई दिल्ली October 31, 2008
भारत ने अब तक वैश्विक बाजार से 3.52 लाख टन दलहन की खरीद कर ली है।
मौजूदा वित्त वर्ष में देश की दलहन जरूरतों को पूरा करने के लिए 15 लाख टन दलहन के आयात की योजना के तहत ये आयात किए गए हैं। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की एजेंसियों जैसे एमएमटीसी, एसटीसी और पीईसी तथा नैफेड ने 9.24 लाख टन दलहन के लिए ऑर्डर दिए हैं। 23 अक्टूबर तक करीब 3.52 लाख टन दालों की आवक भारतीय बंदरगाहों पर हो चुकी है। पीईसी ने 91,940 टन, एमएमटीसी ने 69,747 टन, नैफेड ने 20,996 टन तथा एसटीसी ने 16,664 टन दलहन मंगाए हैं। इनमें से 72,796 टन दलहन घरेलू बाजार में बेच दिए गए हैं। इन एजेंसियों के जरिए जो 2.79 लाख टन दलहन की खरीद की गई है उसमें से सरकार के पास 2.79 लाख टन का स्टॉक बचा है। उल्लेखनीय है कि भारत दलहन का आयात करता है क्योंकि यहां मांग के मुकाबले उत्पादन कम है। देश में ये आयात कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और म्यांमार से किए जाते हैं। अनुमान है कि देश में 2007-08 के फसल वर्ष में करीब 1.51 करोड़ टन दलहन का उत्पादन होगा जबकि घरेलू मांग 1.70 से 1.8 करोड़ टन की है।उद्योग संगठन एसोचैम के एक अध्ययन के अनुसार, अगर आयात वृध्दि की दर 1.5 प्रतिशत रहती है तथा प्रति व्यक्ति खपत 12.7 किलो प्रति वर्ष पर स्थिर रहा तो वर्ष 2020 तक भारत को बाहर से 54 लाख टन दलहन की खरीद करनी होगी। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें