कुल पेज दृश्य

06 नवंबर 2008

जायफल के बाजार में हलचल

कोच्चि November 05, 2008
तीन-चार हफ्तों की कमजोरी के बाद जायफल और जावित्री के बाजार में इस हफ्ते हलचल है क्योंकि घरेलू बाजार के साथ-साथ विदेशों से भी इसके कारोबार की बाबत कारोबारी पूछताछ कर रहे हैं।
सोमवार के बाद से अब तक इसमें 10-20 से रुपये की तेजी देखी जा रही है। अच्छी क्वॉलिटी का जायफल इन दिनों 140 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है जबकि औसत क्वॉलिटी 130 रुपये प्रति किलो पर उपलब्ध है। अगर पिछले हफ्ते से तुलना की जाए तो जायफल का भाव 20 रुपये प्रति किलो चढ़ा है। उधर, जावित्री की औसत कीमत बढ़कर 400 रुपये पर पहुंच गई है और इसमें पिछले हफ्ते केमुकाबले 10-20 रुपये की तेजी आई है। सबसे अच्छी क्वॉलिटी की लाल जावित्री इन दिनों 430 रुपये प्रति किलो पर उपलब्ध है।दुर्गापूजा और दीवाली की लंबी छुट्टी ने जायफल और जावित्री के बाजार को काफी हद तक प्रभावित किया है। यही वजह है कि पिछले कई हफ्ते से इनकी मांग में काफी कमजोरी देखी जा रही थी।अग्रणी कारोबारियों के मुताबिक, अब स्थिति में बदलाव आया है क्योंकि उत्तर भारतीय कारोबारियों की तरफ से इन चीजों की अच्छी मांग निकलने लगी है। इन मसालों की कम उपलब्धता की वजह से भी इस हफ्ते कीमतों में तेजी देखी गई। इनके उत्पादक क्षेत्रों में अभी कटाई चल रही है, लिहाजा प्रमुख बाजारों में इसकी सप्लाई अभी कमजोर है। दरअसल उत्पादक अभी इसका स्टॉक जमा कर रहे हैं ताकि अगले महीने जब ऑफसीजन शुरू हो तो इन चीजों की अच्छी कीमत मिल सके। इस सीजन में बारिश और तूफान ने जायफल के कई पेड़ उखाड़ दिए थे, इस वजह से इसके उत्पादन पर काफी असर पड़ा है। काली मिर्च और इलायची के मुकाबले उखड़ गए पेड़ों की जगह नए पेड़ लगाने का सिलसिला भी काफी कमजोर रहा। अग्रणी कारोबारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बाजार में अभी और तेजी आनी है क्योंकि कटाई का सीजन समाप्त होने वाला है। उन्होंने कहा कि विदेशी बाजार मुख्य रूप से मध्य पूर्व के देशों में इसकी मांग में इजाफा हुआ है, लिहाजा अगले हफ्ते इसकी कीमत और बढ़ सकती है। इस बीच, वर्तमान वित्त वर्ष की पहली छमाही में जायफल का निर्यात घटकर 595 टन रहा जबकि पिछले साल इस अवधि में यह 715 टन था। अगर कीमत केस्तर पर देखा जाए तो यह पिछले साल के 18.26 करोड़ रुपये के मुकाबले 15.26 करोड़ रुपये रहा। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: