चंडीगढ़ September 23, 2008
मक्के के रकबे में हुई बढ़ोतरी से पंजाब में खरीफ विपणन सीजन के दौरान रेकॉर्ड 5.70 लाख टन के उत्पादन होने की उम्मीद है। पंजाब मक्का विकास अधिकारी अशोक चौधरी ने आज कहा, 'धिक से अधिक किसानों का रुझान मक्के की फसल के तरफ होने से हमें विश्वास है कि इस सीजन में 5.70 लाख टन मक्के का उत्पादन होगा जो 13 सालों में सबसे अधिक होगा।'मक्के की खेती की प्रमुख बात यह है कि इस साल किसानों ने रेकॉर्ड 1.75 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई की है जो एक दशक में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा, 'साल 1995-96 में राज्य में 1.71 लाख हेक्टेयर में मक्के की खेती की गई थी लेकिन उत्पादन मात्र 3.07 लाख टन का हुआ था।' इसके अतिरिक्त, इस साल मक्के का रकबा पिछले तीन सालों की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक था और राज्य को उम्मीद है कि पिछले सीजन के 5.21 लाख टन उत्पादन की तुलना में इस बार फसल के उत्पदन में 13 प्रतिशत का उछाल आ सकता है।पंजाब स्टेट फार्मर्स कमीशन अर्थशास्त्री पी एस रांगी ने कहा, 'मक्के के रकबे में बढ़ोतरी की मुख्य वजह पिछले साल इसकी बेहतर कीमत मिलना है, इससे उत्साहित होकर किसानों ने मक्के की खेती की है।' उन्होंने कहा, 'इस फसल को सिंचाई की जरूरत नहीं होती है इस कारण लागत मूल्य महत्वपूर्ण रूप से कम हो जाता है।'उन्होंने कहा कि मुख्यत: पॉल्ट्री, डेयरी और कृषि-प्रसंस्करण के क्षेत्रों से किसानों को पिछले साल 850 रुपये प्रति क्विंटल की पेशकश की गई थी। केंद्र सरकार मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य 640 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ा कर 840 रुपये प्रति क्विंटल कर रही है।रांगी ने कहा कि राज्य सरकार की पंजाब एग्रो और मार्कफेड को निर्देश दिया गया था कि अगर अगले महीने सूखे मक्के का हाजिर भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम हो जाता है तो वे न्यूनतम समर्थन मूल्य वाली दर पर मक्के की खरीदारी करें। रकबे में बढ़ोतरी के अतिरिक्त किसानों द्वारा हाइब्रिड किस्म के बीजों की बुआई से भी उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। राज्य में मक्के की खेती के कुल रकबे के 85 से 90 प्रतिशत में हाइब्रिड बीजों का प्रयोग किया गया है।उन्होंने कहा, 'ज्यादा हिस्से में हाइब्रिड किस्म के बीजों के इस्तेमाल से फसल का उत्पादन बढ़ कर प्रति हेक्टेयर 35 क्विंटल से अधिक होगा जबकि पिछले सीजन में यह 34.08 क्विंटल था।'आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मक्के की फसल के 75 प्रतिशत से अधिक की कटाई हो चुकी है और शेष बचे फसल की कटाई अगले कुछ दिनों में हो जाएगी। खन्ना अनाज बाजार में 29,233 क्विंटल मक्के की आवक हो चुकी है और इसकी कीमतें 755 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं। (BS Hindi)
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