18 सितंबर 2008
किसानों ने सोयाबीन की बिक्री रोकी
इस साल सोयाबीन की रिकार्ड पैदावार किसानों के लिए मुसीबत बनती दिख रही है। इंदौर में सोयाबीन की आवक में थोड़ी बढ़ोतरी होते ही बुधवार को सोयाबीन के भाव अनायास बुरी तरह टूट गए। पुरानी सोयाबीन जहां 2500-2600 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था, वहीं नया माल 1200-1400 रुपये के स्तर पर ही बिका। इससे मंडी में अपनी फसल बेचने आए किसानों ने माल बेचने से मना कर दिया। इस कारण वहां नीलामी कार्य करीब चार घंटे तक ठप रहा। चालू सीजन में देश में सोयाबीन का रिकार्ड उत्पादन होने की संभावना को देखते हुए स्टॉकिस्ट व प्लांट संचालक सीमित मात्रा में खरीद कर रहे हैं। आधा भाव पर फसल बिकती देखकर किसान मुश्किल में फंस गए हैं। किसानों का कहना है कि व्यापारी सोयाबीन के भाव कम दे रहे हैं जबकि व्यापारियों का कहना है कि नई फसल में नमी की मात्रा 20 प्रतिशत से ज्यादा होने के कारण प्लांट वाले माल स्वीकार नहीं कर रहे हैं। किसान संघ के जगदीश रावलिया के मुताबिक नई फसल के भाव किसानों को 1200 से 1400 रुपये प्रति क्विंटल दिए जा रहे हैं। जबकि नई फसल के लिए केंद्र सरकार ने सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1390 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज काला का कहना है कि व्यापारियों के पास नमी मापने का यंत्र नहीं होता है। ऐसे में नमी ज्यादा होने के कारण बेहतर मूल्य पर माल खरीदना मुश्किल है। हालांकि बाद में मंडी सचिव उमाशंकर भार्गव और एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर नीलामी कार्य चालू करवाया। मंडी सचिव ने बताया कि 20 सितंबर को किसानों, व्यापारियों व प्लांट वालों की बैठक बुलाई जाएगी ताकि भाव और नियम-धाराओं को लेकर पारदर्शिता बनी रहे।कृषि मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों में चालू फसल सीजन में देश में सोयाबीन की बुवाई 95.63 लाख हैक्टेयर में हुई है जो कि गत वर्ष के मुकाबले 8.35 लाख हैक्टेयर ज्यादा है। ज्ञात हो कि गत वर्ष की समान अवधि में देश में सोयाबीन की बुवाई 87.28 लाख हैक्टेयर में हुई थी। साई सिमरन फूडस लिमिटेड के नरेश गोयनका ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू सीजन में सोयाबीन के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है तथा महाराष्ट्र के मराठवाड़ा को छोड़ देश के अन्य उत्पादक क्षेत्रों में मौसम फसल के अनुकूल रहा है इसलिए नई फसल का रिकार्ड उत्पादन 105 से 106 लाख टन हो सकता है। सोयाबीन प्रोसेसर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) ने गत वर्ष देश में 99 लाख टन सोयाबीन उत्पादन होने का अनुमान लगाया था। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के साल्वेंट प्लांट दशहरे के बाद पिराई शुरू कर देंगे जबकि मध्य प्रदेश में प्लांट नवरात्रों के बाद चालू होंगे।इंदौर मंडी के सोयाबीन व्यापारी हेंमत ने बताया कि मध्य प्रदेश की मंडियों इंदौर, देवास, जावरा, बदनवार, उज्जैन आदि में बुधवार तक नई फसल की दैनिक आवक बढ़कर 15 से 16 हजार बोरियों की हो गई हैं जबकि इन मंडियों में नए सोयाबीन के भाव 1200 से 2150 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटी अनुसार बोले गए। अभी नई फसल में 18 से 20 प्रतिशत नमी आ रही है तथा उम्मीद की जा रही है कि चालू माह के आखिर तक यहां सूखे माल आने शुरू हो जाएंगे साथ ही जिले की अन्य मंडियों में भी आवकों का दबाव बन जाएगा। आवकों का दबाव बनने पर सूखे माल के भाव नीचे में 1750 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल तक जाने की उम्मीद है। वर्तमान में यहां पुराने सोयाबीन के भाव 2500 से 2600 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। सांगली मंडी स्थित मैसर्स दिनेश ट्रेडिंग कंपनी के मोहन मुंदड़ा ने बताया कि महाराष्ट्र के सांगली व कोल्हापूर जिलों में बुधवार तक सोयाबीन की दैनिक आवक बढ़कर 20 से 21 हजार बोरियों की हो गई। (Business Bhaskar)
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