21 सितंबर 2008
देश में सोयाबीन का रिकॉर्ड उत्पादन संभव
मुंबई। भारत में सोयाबीन उत्पादन इस साल 11 फीसदी बढ़कर 100 से 105 लाख टन रिकार्ड स्तर पर पहुंचने की संभावना है। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सेतिया ने यह अनुमान लगाते हुए बताया है कि इस साल सोयाबीन ज्यादा एरिया में बोई गई थी।हालांकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल सोयाबीन का रबका 9.5 फीसदी बढ़कर 95.6 लाख हैक्टेयर तक पहुंच गया। सेतिया के मुताबिक मौजूदा फसल से 94.7 लाख टन सोयाबीन पैदा हो सकती है। हालांकि सोयाबीन उत्पादन बढ़ने के बावजूद खाद्य तेल आयात घटने की संभावना नहीं है क्योंकि चीन के बाद दुनिया के दूसर सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश भारत में मांग तेजी से बढ़ रही है। भारत में खाद्य तेल की सालाना मांग तीन लाख टन रहने की संभावना है। मांग बढ़ने से ही सोयाबीन के मूल्य तेजी से बढ़ते चले गए। 3 जुलाई को सोयाबीन शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबॉट) में 16.33 डालर प्रति बुशल के रिकार्ड स्तर पर बिका।सेतिया ने बताया कि इस साल खाद्य तेल आयात बढ़कर 53 से 54 लाख टन के बीच रह सकता है। पिछले साल 47.2 लाख टन खाद्य तेल आयात किया गया था। सभी तरह के खाद्य व अखाद्य वेजीटेबिल ऑयल का आयात इस साल बढ़कर 59 से 60 लाख टन के बीच रह सकता है। पिछले साल 56 लाख टन वेजीटेबिल ऑयल आयात किए गए थे। भारत अपनी जरूरत के मुकाबले पचास फीसदी वेजीटेबिल ऑयल आयात ही करता है। उसकी वार्षिक जरूरत 120 लाख टन की है।सेतिया ने सरकार से मांग की है कि उसे क्रूड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क हटाने के अपने फैसले पर जल्द से जल्द पुनर्विचार करना चाहिए। सरकार ने क्रूड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क हटा दिया था और रिफाइंड तेलों पर शुल्क घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया था ताकि बढ़ती महंगाई को रोका जा सके। उस दौरान विव्श्र बाजार में खाद्य तेल महंगे होते जा रहे थे इसी वजह से देश में महंगाई रोकने के लिए सरकार को यह कदम उठाना पड़ा। लेकिन अब विश्व बाजार में हालात बदल चुके हैं। खाद्य तेल और तिलहनों के भाव लगातार गिर रहे हैं, जिससे उत्पादकों और उद्योगों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। (डो जोंस)मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के भाव बढ़ेइंदौर। स्थानीय मंडी सहित मध्य प्रदेश की कई मंडियों में सोयाबीन के दाम मामूली बढ़त बनाए रहे। वैसे आवक का दबाव अभी नहीं बना है। मौसम खुलने और आकर्षक भाव मिलने पर मंडियों में आवक का दबाव बनना शुरु हो सकता है। इंदौर में आज 3000 बोरी सोयाबीन की आमद रही जो 1550 से 2050 रुपए बिका। पुराना सोयाबीन 2490 से 2600 रुपए के भाव रहे। लाइनों की मंडियों में आज भी तीस हजार बोरी के आसपास आवक हुई। विभिन्न मंडियों में सोयाबीन 1600 से 2050 रुपए बिका वहीं पुराना सोयाबीन 2480 से 2600 रुपए के भाव बताए गए। व्यापारियों के अनुसार मौसम खुलने के साथ न सिर्फ आवक बढ़ेगी बल्कि सूखा माल भी आने लगेगा। राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में खंड वर्षा के चलते फिलहाल नए सोयाबीन में 15 से 20 प्रतिशत और कहीं-कहीं इससे भी अधिक नमी वाला माल आ रहा है। सोयाबीन प्लांटों ने आज नया सोयाबीन 1950 से 2150 और पुराना सोयाबीन 2650 से 2750 रुपए (प्लांट डिलीवरी) के भाव खरीदा। सोयाबीन खली (डीओसी) हाजिर में 20200, पुरानी डीओसी 21300 से 22000 रुपए प्रति टन के भाव रहे। नवंबर डिलीवरी 16700 रुपए के भाव बताए गए। (Business Bhaskar)
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