21 सितंबर 2008
इलायची व काली मिर्च का निर्यात मूल्य बढ़ा
कोयंबटूर। अप्रैल से जुलाई के बीच भारत से इलायची और काली मिर्च के निर्यात में मूल्य के लिहाज से बढोतरी दर्ज हुई है। इस दौरान इलायची 66.2 फीसदी बढ़कर 621.36 रुपये प्रति किलो के भाव पर निर्यात हुई। पिछले साल समान अवधि में इसके भाव 373.79 रुपये प्रति किलो थे। हालांकि निर्यात होने वाली इलायची की मात्रा में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। युनाइटेड प्रोड्यूसर एसोसिएशन ऑफ सदर्न इंडिया (यूपीएएसआई) के मुताबिक इलायची के निर्यात मूल्य में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन इसके निर्यात की मात्रा में पिछले साल कमी आई है। वित्त वर्ष 2007-08 में इलायची का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के 650 टन से घटकर 500 टन रह गया था। जबकि मूल्य के लिहाज से इस दौरान इलायची निर्यात 10.7 फीसदी बढ़ गया। इस दौरान निर्यात होने वाली इलायची का मूल्य 151 रुपये बढ़कर 344 रुपये से 495 रुपये प्रति किलो हो गया था। देश में वित्त वर्ष 2007-08 में 9.47 हजार टन इलायची का उत्पादन हुआ था जो पिछले वित्त वर्ष में 11.54 हजार टन से 2.07 हजार टन कम था। देश में इलायची के उत्पादन में कमी की वजह उत्पादक राज्यों केरल व तमिलनाडु में बुवाई क्षेत्र घटना रहा।दूसरी ओर वर्ष 2007-08 में 35000 टन मिर्च का निर्यात हुआ था जिसका मूल्य 519.50 करोड रुपये था। इसका औसत निर्यात मूल्य 148.43 रुपये प्रति किलो रहा। निर्यात में यह बढ़ोतरी अमेरिका द्वारा भारत से बड़ी मात्रा में खरीद के कारण दर्ज हुई। साल 2004-05 में अमेरिका ने भारत से केवल 4.6 हजार काली मिर्च का आयात किया था जबकि वित्त वर्ष 2007-08 में 14.5 हजार काली मिर्च का आयात किया। गौरतलब है कि काली मिर्च का निर्यात मूल्य 2000 से 2005 के बीच लगातार गिरता रहा। लेकिन 2007 में घरेलू बाजार में इसके भाव 52 फीसदी बढ़कर 134.18 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए। साल 2008 में जनवरी-अगस्त माह के दौरान इसकी कीमतों में तेजी देखी गई। इस दौरान इसकी कीमत 143.95 रुपये प्रति किलो रही जबकि पिछले साल समान अवधि में भाव 134.04 रुपये प्रति किलो थे। काली मिर्च के उत्पादन में कमी देखी जा रही है। वित्त वर्ष 2007-08 में 50000 टन काली मिर्च के उत्पादन का अनुमान लगाया गया था जबकि वित्त वर्ष 2006-07 में 74000 टन का अनुमान था। (Business Bhaskar)
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