17 सितंबर 2008
बफर स्टॉक की बिकवाली से चीनी में गिरावट जारी
केन्द्र सरकार द्वारा चीनी मिलों पर बफर स्टॉक की चीनी की बिकवाली का दबाव बनाने से पिछले एक माह में स्थानीय बाजार में इसके भावों में 220 से 260 रुपये प्रति क्विंटल की भारी गिरावट आ चुकी है। दिल्ली चीनी कारोबारी के सुधीर भालोटियॉ ने बताया कि पंद्रह जुलाई से अगस्त के मध्य तक चीनी के भावों में 400 रुपये प्रति क्विंटल की भारी तेजी आने के बाद चीनी मिलों को अप्रैल से जुलाई तक के (20 लाख बफर) में बचे हुए स्टॉक के साथ ही, 30 लाख टन बफर स्टॉक की 25 प्रतिशत चीनी (9 लाख टन के कोटे से अलग) जोकि कुल करीब 17.5 लाख टन बैठती है चालू माह के आखिर तक बाजार में बेचनी पड़ेगी, नहीं तो उक्त चीनी लेवी में बदल जायेगी। इसके बाद मिलों की बिकवाली होने से भावों में गिरावट हुई है।सुधीर ने बताया कि अप्रैल से जुलाई के दौरान मिलों ने 20 लाख टन के बजाय मात्र 10 लाख टन चीनी की बिक्री ही की जिससे स्थानीय बाजार में इसके भावों में 350 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आकर अगस्त मध्य में भाव 2000 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल हो गये थे। अगर उक्त चीनी लेवी में बदल जाती है तो मिलों को करीब 4 रुपये प्रति किलो का नुकसान उठाना पड़ेगा, इसलिए मिलों द्वारा बिकवाली बढ़ा देने से इसके भावों में गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में देश में चीनी का उत्पादन 265 लाख टन का हुआ है तथा इसमें से करीब 40 लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है जबकि नये सीजन की शुरुआत जोकि अक्टूबर माह से होगी तब तक करीब 220 लाख टन घरेलू खपत में चली जायेगी, इन हालातों में नई फसल के समय बकाया स्टॉक मात्र पांच लाख टन ही बचने की संभावना है। गत वर्ष नये सीजन की शुरूआत में करीब 90 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ था। अत: नये सीजन की शुरूआत में देश में चीनी का कुल बकाया स्टॉक 95 लाख टन का होगा।चीनी के प्रमुख व्यापारी विक्की गुप्ता मैसर्स सुरजभान सतप्रकाश ने बताया कि इस समय केन्द्र सरकार ने चीनी मिलों पर दबाव बनाया हुआ है जिससे इसके भावों में गिरावट देखी जा रही है लेकिन बिजाई क्षेत्रफल में आई गिरावट से नये सीजन में चीनी के उत्पादन में कमी आ सकती है। नये सीजन में निर्यात मांग अज्छी रहती है तो फिर इसके भावों में तेजी बन सकती है। दिल्ली बाजार में मंगलवार को एम ग्रेड चीनी के भाव घटकर 1780 से 1790 रुपये प्रति क्विंटल व एस ग्रेड चीनी के भाव 1800 से 1810 रुपये प्रति क्विंटल रह गये। (Business Bhaskar)
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