16 सितंबर 2008
उत्तर प्रदेश में नये गुड़ की आवक शुरू,
गुड़ के प्रमुख उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश की मंडियों में नये गुड़ की आवक शुरू हो गई है तथा भाव गत वर्ष के मुकाबले करीब 100 रुपये प्रति मन (प्रति मन 40 किलो) ऊंचे खुले हैं। जानकारों का मानना है कि ईद के बाद उत्पादक मंडियों में गुड़ की आवकों का दबाव बनने पर इसके मौजूदा भावों में 200 रुपये प्रति मन का मंदा आने की संभावना है। इस साल गुड़ का नया सीजन फ्क्-फ्म् दिन पहले शुरू हो गया है।कृषि मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों में चालू वर्ष में देश में गन्ने की बुवाई 44.13 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जोकि गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 8.82 लाख हैक्टेयर कम है। ज्ञात हो कि गत वर्ष की समान अवधि में देश में गन्ने की बिजाई 52.95 लाख हैक्टेयर में हुई थी। उत्तर प्रदेश जोकि गुड़ उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है यहां चालू बिजाई सीजन में गन्ने की बिजाई 18.80 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में इसकी बिजाई 21.79 लाख हैक्टेयर में हुई थी।मुजफ्फरनगर मंडी स्थित मैसर्स जयप्रकाश कनैहयालाल के हरिशंकर मुंदड़ा ने बिजनेस भास्कर को बताया कि मंडी में आज नये गुड़ की 100 कट्टे की आवक हुई तथा इसके भाव 650 से 700 रुपये प्रति मन (40 किलो) खुले जोकि गत वर्ष के मुकाबले 100 रुपये तेज हैं। उन्होंने बताया कि इस समय मंडी में खुरपा पाड़ गुड़ की आवक हो रही है तथा अभी पांच-सात कोल्हू ही चालू हुए हैं। दो अक्टूबर (ईद) के बाद जिले के लगभग सभी कोल्हू चालू हो जायेंगे तथा अक्टूबर के प्रथम पखवाड़े में खुरपा पाड़ व चाकू क्वालिटी की आवक का दबाव बनने पर गुड़ के मौजूदा भावों में लगभग 200 रुपये प्रति मन का मंदा आ सकता है। मुंदड़ा ने बताया कि इस समय मुजफ्फरनगर में गुड़ का 4.07 लाख कट्टो का स्टॉक बचा हुआ है, इसमें 2.03 लाख चाकू, 1.18 लाख रसकट, 85,000 कट्टे पपड़ी, 11,000 कट्टे शकर के बचे हुए है जबकि गत वर्ष की समान अवधि में कुल स्टॉक सात लाख कट्टों का था।पिछले सप्ताह मंडी से करीब 1,18000 कट्टों की बिक्री हुई जबकि उसके पिछले हफ्ते में 1,25000 कट्टो की बिक्री हुई थी। उन्होंने बताया कि अब चूंकि नये गुड़ की आवक शुरू हो गई इसलिए आने वाले दिनों में पुराने गुड़ में उठाव घट जायेगा। दिल्ली स्थित मैसर्स देशराज राजेंद्र कुमार के देशराज ने बताया कि इस समय गुड़ में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब व पश्चिम बंगाल की मांग है। राजस्थान, हरियाणा व पंजाब में खाने के अलावा गुड़ का पशुचारे में ज्यादा उपयोग होता है। दिल्ली बाजार में सोमवार को गुड़ चाकू के भाव 1800-1850 रुपये प्रति क्विंटल व नई पेड़ी के भाव 2050 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल बोले गये। उन्होंने बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में आवकों का दबाव बनने पर इसके मौजूदा भावों में 400-500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। राज्य की अन्य मंडियों खतौली, मुरादनगर, शामली व हापुड़ में आज नये गुड़ की प्रत्येक मंडी में 25 से 50 कट्टो की आवक हुई। (Business Bhaskar)
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