दिल्ली : बुधवार को सोने की कीमतों में स्थिरता दिखाई दी जिसके चलते मांग कमज़ोर पड़ गई है। डीलर्स का कहना है कि खरीदार सोने की कीमत के उस स्तर तक आने के इंतज़ार में हैं जो पिछले हफ्ते अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार के बीते ग्यारह महीनों के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने पर था। मुंबई के बाजार में सोना प्रति 10 ग्राम 25 रुपए बढ़कर 11,915 रुपए पर था। कोलकाता के जे जे गोल्ड हाउस के मालिक हरशद अजमेरा के मुताबिक पिछले दो दिनों में सोने की मांग में खासी कमी दर्ज की गई है। उनका मानना है कि यदि रुपया मज़बूत होता है तब मांग में फिर बढ़त आ सकती है। हालांकि टाटा एआईजी को अमरीकी फेड रिज़र्व द्वारा संकट से उबारने के बाद वहां के वित्तीय हालात कुछ सुधरे हैं, इसलिए अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में सोने की कीमतों में थोड़ा उछाल दिखाई दिया। लेकिन घरेलू बाज़ार में रुपये में कमज़ोरी के चलते सोने में उछाल पर रोक लग गई। इसके अलावा, विनिमय दर भी सोने की कीमतों को खासी प्रभावित करती है। देश में सभी मूल्यवान जिंसों का आयात यूएसडी में किया किया जाता है। त्योहारों का सीज़न क़रीब है। ऐसे में सोने की रीटेल बिक्री में उछाल आना तय है। (ET Hindi)
18 सितंबर 2008
सोने की मांग कमजोर पड़ी
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