नई दिल्ली, 1 अगस्त। वर्तमान में दिल्ली बाजार में गेहूं की दैनिक आवक 18 से 20 हजार बोरियों की हो रही है जबकि गेहूं उत्पादों आटा, मैदा व सूजी में उठाव कमजोर होने से यहां इसके भाव 1075 से 1080 रूपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने हुए हैं। भारतीय खाद्य निगम के पास गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक मौजूद है तथा उम्मीद की जा रही है कि चालू माह में भारतीय खाद्य निगम खुले बाजार में बिक्री हेतु गेहूं के भाव घोषित कर सकती है इसीलिए जहां स्टॉकिस्टों ने बिकवाली बढ़ा दी है वहीं मिलों की मांग कमजोर चल रही है। इन हालातों में भविष्य में गेहूं की तेजी-मंदी भारतीय खाद्य निगम द्वारा तय किए गये भावों पर निर्भर करेगी।
ज्ञात हो कि चालू फसल सीजन में भारतीय खाद्य निगम ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 225 लाख टन गेहूं की रिर्काड खरीद की थी जबकि पहली अप्रैल को सरकारी गोदामों में करीब 57 लाख टन गेहूं बचा हुआ था। पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने खुले बाजार में बिक्री हेतु 60 लाख टन गेहूं जारी करने की घोषणा की थी जिसके कारण मिलें सीमित मात्रा में खरीद कर रही हैं। वर्तमान में दिल्ली की मिलों में गेहूं की आपूर्ति उत्तर प्रदेश से हो रही है जबकि दक्षिण भारत के लिए भी उत्तर प्रदेश से गेहूं की लोडिंग रैकों द्वारा बराबर हो रही है।
भारतीय खाद्य निगम खुले बाजार में बिक्री हेतु गेहूं के क्या भाव तय करती है इसको लेकर व्यापारियों की अलग-अलग राय है। ज्यादातर व्यापारियों का मानना है कि एक तो केन्द्र सरकार के पास गेहूं का बम्पर स्टॉक मौजूद है, दूसरा आगामी वर्ष में केन्द्र को लोकसभा के साथ ही कई राज्यों में विधानसभा का चुनाव भी लड़ना है इन हालातों में सरकार गेहूं के भावों को स्थिर रखना चाहेगी। वैसे भी मंहगाई की दर 12 फीसदी से महज कुछ ही दूर है।
इस समय दिल्ली बाजार में आटे के भाव 1040 रूपये प्रति 90 किलोग्राम, मैदा के भाव 1160 रूपये, व सूजी के भाव 1180 रूपये प्रति 90 किलोग्राम बोले जा रहे हैं। जानकारों के अनुसार 15 अगस्त के बाद गेहूं उत्पादों में उठाव में और भी कमी आ सकती है। उघर दक्षिण भारत में गेहूं के भाव 1250 से 1275 रूपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।...R S Rana
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