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11 अगस्त 2008

चीनी से लेवी खत्म करने का वक्त आ गया:पवार

नई दिल्ली : कृषि और खाद्य मंत्री शरद पवार ने कहा है कि अब चीनी उद्योग में लेवी सिस्टम खत्म करने का वक्त गया है। चीनी उद्योग से नियंत्रण हटाने के प्रस्ताव को कैबिनेट के टालने के एक दिन बाद ही शनिवार को पवार का यह बयान सामने आया है।

फिलहाल चीनी उत्पादकों को उनके खुले बाज़ार की बिक्री कोटा का 10 फीसदी हिस्सा सरकार को कम कीमतों पर देना पड़ता है। इसे ही लेवी सिस्टम कहा जाता है। सरकार हरेक चीनी मिल के लिए खुले बाज़ार में चीनी बेचने की सीमा मासिक आंकड़ों के आधार पर तय करती है।

पवार ने कहा कि हमारे लिए यह साल ठीक रहा है क्योंकि हमारे पास 110 लाख टन का कैरीओवर स्टॉक है और इस साल भी अच्छी पैदावार की उम्मीद है। ऐसे में यह फैसला लेने के लिए काफी अच्छा वक्त है।

खाद्य मंत्रालय ने कैबिनेट के सामने एक प्रस्ताव रखा है कि लेवी सिस्टम लागू रखने के बजाय राज्य सरकारों को खुले बाज़ार से चीनी खरीदने के लिए धन मुहैया कराया जाए। लेवी और खुले बाज़ार में चीनी की कीमतों में 4-5 रुपये तक के अंतर को पूरा करने के लिए केंद्र राज्य सरकारों को धन देगा, ताकि वे पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम के तहत चीनी मुहैया करा सकें।

इस बीच, सरकार ने राखी, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी आदि त्योहारों के दौरान मांग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद और हाल के दिनों में चीनी की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए खुले बाज़ार में पांच लाख टन चीनी और जारी करने का फैसला किया है।

चावल के बारे में पवार ने कहा कि अगले 3-4 हफ्ते में केंद्र 10 लाख टन चावल की खरीदारी करेगा। उन्होंने कहा कि हमने 2007-08 के दौरान 264 लाख टन चावल की खरीद की है जो पिछले सीजन के मुकाबले 6 लाख टन अधिक है। पवार का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब सरकारी अधिकारी यह साफ कर चुके हैं कि सरकार 276 लाख टन चावल की खरीदारी का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाएगी। अधिकारियों का यह भी कहना है कि सरकार ने तय लक्ष्य को कम करके 270 लाख टन कर दिया है। ...ET Hindi

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