01 अप्रैल 2009
कीमतों में तेजी से मार्च में सोने का आयात तकरीबन जीरो
नई दिल्ली : सोने की कीमतें ऊंची होने के बाद बाजार से खरीदारों से गायब होने से देश का सोने का आयात लगातार दूसरे महीने मार्च में भी शून्य के बराबर रहा। घरेलू बाजार में अभी भी सोने की कीमतें 15,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर से ऊपर चल रही हैं। बॉम्बे बुलियन असोसिएशन के निदेशक सुरेश हुंडिया ने बताया मार्च के दौरान सोने का आयात शून्य रहा क्योंकि ऊंची कीमतों की वजह से बाजार में मांग की कमी रही। जबतक कीमतें नीचे नहीं आती हैं, बड़ी मुश्किल से सोने का आयात होगा। मार्च 2008 के दौरान सोने का आयात 21 टन रहा। जनवरी-मार्च, 2009 के दौरान सोने का कुल आयात 1.8 टन रहा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में सोने का आयात 61 टन था। यह पूछे जाने पर कि तृतीया जैसे त्योहारों में सोने की मांग बढ़ेगी, हुंडिया ने कहा कि यह कीमत पर निर्भर करेगा। सोना खरीदने के लिए आपको धन की जरूरत पड़ती है और जब तक कीमतें नीचे नहीं आती हैं, मांग नहीं बढ़ेगी। विश्लेषकों के मुताबिक, सोने की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। अप्रैल में कीमतें काफी नीचे आ सकती हैं जिससे मांग बढ़ेगी। बोनांजा कमोडिटी ब्रोकर्स के सहायक उपाध्यक्ष (कमोडिटी रिसर्च) तरुण सत्संगी ने कहा कि सोने में लोगों का रुझान घटने से कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। (ET Hindi)
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