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01 अप्रैल 2009

वनस्पति तेल आयात में 35 फीसदी बढ़ोतरी होने का अनुमान

नई दिल्ली: भारत का वनस्पति तेल आयात 2008-09 के सत्र में 35 फीसदी बढ़कर 85 लाख टन हो सकता है। वैश्विक बाजार में कीमतों में कमी और आयात शुल्क शून्य होने के कारण कारोबारी विदेशी बाजार से भारी पैमाने पर तेल खरीद रहे हैं। केंद्रीय तेल व्यापार एवं उद्योग संस्थान (सीओओआईटी) के अध्यक्ष देवीश जैन ने कहा कि साल देश में करीब 85 लाख टन खाद्य एवं गैर खाद्य वनस्पति तेल खरीद सकता है। चीन के बाद भारत वनस्पति तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। भारत ने 2007-08 के सत्र में 63 लाख टन तेल का आयात किया था। जैन ने आयात में बढ़ोतरी के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में होनेवाली गिरावट को जिम्मेदार ठहराया। इसके अलावा, शुल्क मुक्त माहौल के कारण वनस्पति तेल का काफी आयात हो रहा है। उन्होंने कहा कि सालाना घरेलू खपत भी बढ़कर 1.35 करोड़ टन हो जाएगी जबकि पिछले साल 1.25 करोड़ टन की खपत हुई थी। एसईए के ताजा आंकड़े के मुताबिक, इस सत्र के पहले चार महीने की तेल खरीद नवंबर में शुरू हुई और 68 फीसदी बढ़कर 29.51 लाख टन हो गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 17.61 लाख टन थी। (ET Hindi)

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