03 अप्रैल 2009
शीरा उत्पादन में कमी का अनुमान, भाव 20त्न चढ़े
गन्ना पैदावार में कमी के चलते इस साल शीरे के उत्पादन में भारी कमी का अनुमान है। इसका असर शीरे के दामों पर साफ दिखाई दे रहा है। पिछले दो महीनों में इसके दाम 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं। इस साल फरवरी की शुरूआत में शीरे के दाम 425 रुपये प्रति क्विंटल थे जो अभी बढ़कर 510 रुपये प्रति क्ंिवटल हो गए है। शीरे के उत्पादन में कमी को देखते हुए कीमतों में यह बढ़ोतरी हो रही है। इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन के अनुसार पिछले तीन सालों से शीरे की उत्पादन में लगातार कमी आ रही है। चालू सीजन (अक्टूबर-सितंबर) 2008-09 में शीरे का उत्पादन 70-75 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि पिछले सीजन में यह 113.13 लाख टन था। वर्ष 2006-07 में शीरे का उत्पादन 131.12 लाख टन था। शीरे के उत्पादन में यह कमी गन्ना की पैदावार में गिरावट की वजह से हुई है। 2008-09 में गन्ना का उत्पादन 2946.56 लाख टन रहा जो वर्ष 2007-08 में 3405.57 लाख टन था। जिसके चलते चीनी के उत्पादन में भी भारी गिरावट आई है। चालू चीनी पेराई सीजन (अक्टूबर-सितंबर) 2008-09 में चीनी का उत्पादन 150 लाख टन होने का अनुमान है, जो वर्ष 2007-08 में 263.57 लाख टन था। देश में शीरे की कुल खपत करीब 110 लाख टन की है। जिसको देखते हुए इस साल शीरे का आयात होने की संभावना है किंतु अभी तक कंपनियों ने इसका आयात की शुरू नहीं किया है। देश में 85 फीसदी शीरे का उपयोग विदेशी शराब बनाने में किया जाता है। हालांकि शराब कंपनियों ने शीरे के बजाय औद्योगिक अल्कोहल का आयात शुरू कर दिया है। अल्कोहल का आयात करने वाली एक कंपनी के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कंपनियों का जोर शीरे के बजाय सीधे अल्कोहल के आयात करने पर है। ऑल इंडिया डिस्टिलर्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार चालू सीजन में कंपनियों ने मार्च तक करीब 7 करोड़ लीटर औद्योगिक अल्कोहल का आयात किया है। साथ ही, वर्ष 2008-09 में कुल 30-35 करोड़ लीटर अल्कोहल के आयात का अनुमान है। (Business Bhaskar)
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