मुंबई 03 29, 2009
इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों में सुधार की अटकलों के चलते तांबे की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
इसका साफ मतलब होगा की हाउसिंग और ऑटोमोबाइल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस धातु की मांग बढ़ रही है। लेकिन सप्ताह के आखिरी दिनों में संस्थागत निवेशकों की वसूली के चलते तांबे की कीमतों में फिर से गिरावट आने की संभावना है।
आनंद राठी के धातु विश्लेषक नवनीत दामाणी का कहना है कि ' इस सप्ताह की शुरुआत में फंडों की खरीद के चलते तकनीकी तौर पर इस धातु की खरीद 4,000 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 4,200 डॉलर प्रतिटन हो जानी चाहिए। लेकिन मुनाफा वसूली के चलते सप्ताह के अंत में कीमतों वापसी का रुख करेंगी।'
गौरतलब है कि 2 जुलाई को लंदन मेटल एक्सचेंट में इस धातु ने ने 8,940 डॉलर प्रति टन का रिकार्ड बनाया था। एमसीएक्स के आंकड़ों के हिसाब अगले महीने तांबे की कीमतें 212 प्रति किलों पर रुक सकती है। जबकि इसका मौजूदा भाव 205 रुपये प्रति किलो है।
लेकिन अंतराष्ट्रीय बाजार में गिरावट के चलते बाद में यह 201 रुपये प्रति क्विंटल का स्तर भी छू सकती है। एंजेल ब्रोकिंग की साप्ताहिक रिर्पोट के मुताबिक तांबे की कीमतों ने अभी 209 के स्तर को पार नहीं किया है। (BS Hindi)
01 अप्रैल 2009
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