नई दिल्ली 03 30, 2009
लागत से भी कम कीमत पर पिछले साल फसल बेचने को मजबूर आलू किसान इस साल पूरी कसर निकालने जा रहे हैं।
पिछले साल के मुकाबले आलू की कीमत में 70 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है और जुलाई तक कीमतों में तेजी का रुख जारी रहेगा।
दिल्ली मंडी में आलू की कीमत 540 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है, जबकि पिछले सप्ताह इसकी कीमत 410 रुपये प्रति क्विंटल थी। पिछले साल की समान अवधि के दौरान आलू की कीमत 300 रुपये प्रति क्विंटल थी।
आलू के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश में भी पिछले साल के मुकाबले कीमत 70 फीसदी तक ऊपर चढ़ चुकी है। पिछले साल यहां की मंडियों में आलू के भाव 285 रुपये प्रति क्विंटल थे, जो फिलहाल 485 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है। इस तरह वहां भी आलू की कीमतों में 70 फीसदी तक का इजाफा हुआ है।
देश के कुल आलू उत्पादन में उत्तर प्रदेश का योगदान 40 फीसदी है। आलू की कीमत में पिछले साल के मुकाबल सबसे ज्यादा तेजी पश्चिम बंगाल में आई है। मौजूदा दौर में इस सूबे में आलू 830 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा है। वहीं पिछले साल यह आंकड़ा महज 265 रुपये प्रति क्विंटल का ही था।
अप्रैल वायदा के लिए वायदा बाजार में आलू की बोली 676 रुपये प्रति क्विंटल तक लगायी गयी है तो मई के लिए यह बोली 700 रुपये प्रति क्विंटल तक जा चुकी है। जून वायदा के लिए कीमत 716 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है तो जुलाई के लिए आलू के दाम वायदा बाजार में 738 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है।
आलू कारोबारियों के मुताबिक इस साल उत्तर प्रदेश में आलू की फसल पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी कम है, वहीं बिहार में आलू की फसल पाला पड़ने से 40 फीसदी तक खराब हो गयी है।
पहुंचा राजभोग में
पिछले साल के नुकसान की हो सकती है भरपाई70 फीसदी तक बढ़ चुके हैं आलू के दाम महीने दर महीने मजबूत हो रहा है आलूयूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में कम पैदावार (BS Hindi)
01 अप्रैल 2009
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