कोलकाता April 15, 2009
भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी जेएसएल ने इस तिमाही में उड़ीसा माइनिंग कार्पोरेशन (ओएमसी) से कच्चा माल न उठाने का फैसला किया है।
कंपनी का मानना है कि कीमतें अभी बहुत ज्यादा हैं। जेएसएल (जिंदल स्टील) के निदेशक ( नीति और व्यापार विकास) अरविंद पारेख ने कहा कि राज्य सरकार की कंपनी ओएमसी जिस दर पर कच्चा माल दे रही है, उसकी तुलना में वैश्विक कीमतें बहुत कम हैं।
इतनी ऊंची दर पर कच्चा माल होने के चलते कंपनी अपने विनिर्मित उत्पाद की कीमतों के बारे में अगले 15-20 दिन में फिर से विचार करेगी। अप्रैल-जून तिमाही में ओएमसी ने कीमतों में 5 प्रतिशत की कटौती कर दी थी और कीमतें 3,588-4,956 रुपये प्रति टन हो गई थीं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उच्च गुणवत्ता वाला ढेलेदार अयस्क 130 डॉलर (करीब 6,500 रुपये) प्रति टन की दर से मिल रहा है। कम गुणवत्ता वाले चूरेदार अयस्क की कीमत 110-115 डॉलर प्रति टन है।
पारेख तर्क देते हैं कि प्राथमिक रूप से हम ओएमसी से चूरेदार अयस्क की खरीद करते हैं। इसकी कीमतें अतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत कम हैं, ऐसी स्थिति में ओएमसी को भी कीमतें 3,000-3,500 रुपये प्रति टन करना चाहिए।
तैयार माल फेरोक्रोम की कीमतें इस दौरान 44,000-42,000 रुपये प्रति टन से घटकर 36,000-37,000 रुपये प्रति टन पर आ गई हैं। ओएमसी ने नकद छूट और नमी पर पैसे कम करने जैसी आकर्षक छूट भी दी थी, जिसे वापस ले लिया गया है। पारेख ने कहा कि ओएमसी जब तक कीमतों में कमी नहीं करती या छूट को बरकरार नहीं करती, तब तक हम माल नहीं उठाएंगे।
मात्रा में खरीद के लिहाज से जेएसएल, ओएमसी का सबसे बड़ा ग्राहक है, जिसकी लौह अयस्क क्षमता 1,50,000 टन की है। कुछ अन्य कार्बन स्टील उत्पादकों का भी मानना है कि कच्चे माल की कीमतें बहुत ज्यादा हैं। जेएसडब्ल्यू स्टील ने कोकिंग कोल की खरीद के मामले में भी मोलभाव किया और उसे इस साल के ठेके में 129 डॉलर प्रति टन के हिसाब से कोयला मिल गया।
जेएसडब्ल्यू स्टील के अध्यक्ष (बिक्री और विपणन) जयंत आचार्य ने कहा कि कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोकिंग कोल की कीमतें 129 डॉलर प्रति टन हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्तर पर तैयार माल की कीमतें 129 डॉलर प्रति टन उचित नहीं हैं।
वर्तमान में हॉट रोल्ड क्वायल (एचआरसी) का बाजार भाव 31,000-32,000 रुपये प्रति टन है। अपनी क्षमता विस्तार के बाद जेएसडब्ल्यू को 70 लाख टन कोकिंग कोल का इस साल आयात करना पड़ेगा, जबकि कंपनी ने पिछले साल 40 लाख टन कोयले का आयात किया था।
आचार्य ने कहा कि हम अभी भी कोयले की ज्यादा कीमत दे रहे हैं। एनएमडीसी ने नवंबर में कीमतों में करीब 27 प्रतिशत कटौती की है।
कठिन मामला
जेएसएल ने उड़ीसा माइनिंग कार्पोरेशन से इस तिमाही में अयस्क का उठान न करने का फैसला कियावैश्विक बाजार में दानेदार अयस्क की कीमतें 130 डॉलर (6500 रुपये) प्रति टनजेएसएल का कहना है कि ओएमसी खराब गुणवत्ता वाला चूरेदार अयस्क 4,956 रुपये प्रति टन पर बेचती है (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें