कुल पेज दृश्य

02 अप्रैल 2009

मौसम साफ होने से गेहूं की आवक बढ़ी, यूपी में भाव नरम

मौसम साफ होने से उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर, मथूरा, कोसी और हरियाणा की पलवल व होडल मंडियों में गेहूं की आवकों में बढ़ोतरी देखी गई। उत्तर प्रदेश में सरकारी खरीद शुरू न होने से गेहूं के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1080 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे चल रहे हैं जबकि हरियाणा की होडल और पलवल मंडियों में बुधवार से सरकारी खरीद शुरू हो गई। गत सप्ताह उत्पादक क्षेत्रों में हुई बारिश से अभी तक तो गेहूं की फसल को नुकसान के समाचार नहीं है लेकिन अब चूंकि उत्तर भारत के प्रमुख उत्पादक राज्यों में कटाई का कार्य तेज हो गया है। इसलिए अगर आगामी दिनों में बारिश होती है तो फिर नुकसान हो सकता है। पिछले सप्ताह हुई बारिश से ज्यादातर क्षेत्रों में फसल करीब एक सप्ताह लेट जरूर हो गई है। सोनीपत के युवा किसान अमीत टोकस ने बताया कि उसने दस एकड़ जमीन में गेहूं की बुवाई कर रखी है। पिछले सप्ताह हुई बारिश से अभी तक तो फसल को नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने से कटाई का कार्य करीब एक सप्ताह लेट हो गया है। ऐसे में आगामी आठ-दस दिन में मंडियों में गेहूं की आवक का दबाव बनने की संभावना है। लुधियाना स्थित गिल फ्लोर मिल के डायरेक्टर धर्म्ेद्र गिल ने बताया कि पंजाब की मंडियों नई फसल की आवक आठ-दस अप्रैल के बाद ही शुरू हो पाएगी। बारिश के साथ ओले गिरने से कुछेक जगह आंशिक नुकसान के समाचार हैं। लुधियाना में पुराने गेहूं के भाव 1105 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।मथूरा के गेहूं व्यापारी राजेंद्र प्रसाद बंसल ने बताया कि उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर लाइन में बुधवार को गेहूं की आवक बढ़कर 60 से 70 हजार बोरी की हो गई है। लेकिन सरकारी खरीद शुरू न होने से गेहूं के भाव घटकर 950 से 970 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। शाहजहांपुर से चंडीगढ़ के लिए 1090 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गेहूं के एक रैक का सौदा हुआ है। मथूरा मंडी में गेहूं की आवक बढ़कर करीब 10,000 बोरी की हो गई जबकि यहां इसके भाव घटकर 1050 से 1052 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कोसी मंडी में गेहूं की आवक 6,000 बोरी और भाव करीब 1040 से 1060 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।हरियाणा के होडल और पलवल में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार होडल मंडी में आवर बढ़कर करीब 40 हजार बोरी की हुई तथा इसमें से करीब 20 हजार गेहूं की सरकारी खरीद हुई है। पलवल मंडी में गेहूं की आवक करीब 5,000 बोरी की हुई तथा करीब 1,000 क्विंटल गेहूं की सरकारी खरीद हुई है। दिल्ली में गेहूं की आवक लगभग 10,000 हजार बोरी की हुई। फ्लोर मिलों की खरीद कमजोर होने से यहां इसके भाव 1140 से 1155 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। (Business Bhaskar.....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: