02 अप्रैल 2009
सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य में कटौती की
सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 25 डॉलर की कटौती की है। पिछले बीस दिनों के दौरान दूसरी बार हुई कटौती के बाद प्याज का एमईपी 195-200 डॉलर प्रति टन रह गया है। गौरतलब है कि घरेलू बाजार में सप्लाई बढ़ने से प्याज की कीमतों में गिरावट आई है। ऐसे में किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने इसके एमईपी में कटौती की है। कारोबारियों का मानना है कि इस कदम से प्याज का निर्यात बढ़ेगा। पिछले महीने की 13 तारीख के बाद से प्याज के एमईपी में करीब 125 डॉलर प्रति टन की कटौती की जा चुकी है। नाफेड के सूत्रों के मुताबिक नई फसल के आने से बाजारों में प्याज की आवक तेजी से बढ़ रही है। उल्लेखनीय है कि नाफेड प्याज निर्यात के लिए केंद्र सरकार की अधिकृत एजेंसी है। जो निर्यात करने वाली दूसरी 12 एजेंसियों के लिए भी प्याज की एमईपी तय करती है। नासिक में प्याज की दैनिक आवक बढ़कर करीब 70,000 टन की हो गई। आवक के दबाव से प्याज की कीमतों में गिरावट लगातार जारी है। फिलहाल देश के सबसे बड़े प्याज बाजार लासलगांव में प्याज का भाव करीब 501 रुपये क्विंटल चल रहा है। एक सप्ताह पहले यहां प्याज 901 रुपये क्विंटल बिक रहा था। वहीं दिल्ली में प्याज का भाव गिरकर 700 रुपये क्विंटल आ गया है। एक सप्ताह पहले यहां इसका भाव 1,210 रुपये क्विंटल था। राजधानी के खुदरा बाजारों में प्याज का भाव घटकर 12-16 रुपये प्रति किलो रह गया है। एक सप्ताह पहले तक यह करीब 20 रुपये किलो था। पिछले साल घरेलू बाजार में प्याज की बढ़ती कीमतों पर काबू के लिए नाफेड ने इसके एमईपी में भारी बढ़ोतरी की थी। हालांकि इस इजाफे के बावजूद विदेशी बाजारों में भारतीय प्याज की अच्छी मांग रही। (Business Bhaskar)
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