कुल पेज दृश्य

16 अप्रैल 2009

समय पूर्व आवक होने से गेहूं की खरीद पंद्रह दिन में चौगुनी

मौसम खराब होने से कारण इस साल उत्पादक मंडियों में गेहूं की आवक करीब दस दिन पहले ही शुरू हो गई। इसका नतीजा यह रहा है कि इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं खरीद की रफ्तार काफी तेज रही। चालू अप्रैल में सिर्फ पंद्रह दिन के भीतर पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले गेहूं खरीद चार गुनी हो गई। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) अभी तक 67.62 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद कर चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 16.76 लाख टन गेहूं की ही सरकारी खरीद हुई थी। गेहूं की सरकारी खरीद में 75 फीसदी हिस्सेदारी हरियाणा और पंजाब की है। चालू विपणन सीजन के लिए सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1080 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। भारतीय खाद्य निगम के सूत्रों के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में अभी तक गेहूं की कुल आवक करीब 70.15 लाख टन रही।जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में इसकी आवक 20.40 लाख टन ही रही थी। कुल आवक का करीब 94 फीसदी गेहूं सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदा गया। हरियाणा में अब तक 30.75 लाख टन गेहूं की आवक हुई है तथा इसमें से सरकारी एजेंसियों ने 30.73 लाख टन गेहूं खरीदा है। पिछले साल की समान अवधि में हरियाणा में आवक करीब 7.46 लाख टन थी तथा सरकारी एजेंसियों ने 7.41 लाख टन की खरीद की थी। इसी तरह से पंजाब की मंडियों में अभी तक 26.64 लाख टन गेहूं की कुल आवक हुई है तथा सरकारी एजेंसियों ने 26.61 लाख टन गेहूं की खरीद की है। पिछले साल की समान अवधि में पंजाब में करीब 4.05 लाख टन गेहूं की आवक हुई थी जबकि करीब 3.98 लाख टन खरीद हुई थी। जनवरी-फरवरी में बारिश न होने और मार्च में तापमान बढ़ने से चालू फसल सीजन में गेहूं की आवक करीब आठ-दस दिन पहले शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश जो गेहूं उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है।यहां अभी तक सरकारी एजेंसियों ने एमएसपी पर मात्र 96,363 टन गेहूं ही खरीदा जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1.04 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। गेहूं व्यापारी राजेंद्र प्रसाद बंसल ने बताया कि सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीद में दिलचस्पी न लेने के कारण ही किसान हरियाणा व राजस्थान में सरकारी खरीद केंद्रों पर बेचने को विवश हैं। सरकारी खरीद सुचारू रूप से शुरू न होने के कारण यूपी की मंडियों में गेहूं 1010 से 1040 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। राजस्थान में गेहूं की खरीद 2.51 लाख टन और गुजरात में 22 हजार टन तक पहुंच चुकी है। पिछले साल सरकारी एजेंसियों ने 1000 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर 226 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। चालू सीजन में सरकारी खरीद में इजाफा होने की संभावना है। चालू सीजन में केंद्र सरकार ने गेहूं का एमएसपी 1080 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। गेहूं की पैदावार पिछले साल के मुकाबले घटने की आशंका है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार देश में गेहूं की पैदावार पिछले साल के त्त8म् लाख टन से घटकर 777 लाख टन होने की उम्मीद है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: