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04 फ़रवरी 2015

यूपी की फ्लोर मिलें पड़ौसी राज्यों से खरीद रही हैं गेहूं


आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेष में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं के बिक्री भाव ज्यादा होने के कारण राज्य की फ्लोर मिलों को पड़ौसी राज्यों से खरीद करनी पड़ रही है। राज्य की फ्लोर मिलें राजस्थान, मध्य प्रदेष और हरियाणा स्थित एफसीआई गोदामों से गेहूं की खरीद कर रही है।
श्री बालाजी फूड प्रोडेक्टस के प्रबंधक ने बताया कि भले ही गेहूं का सबसे ज्यादा उत्पादन उत्तर प्रदेष में होता हो लेकिन राज्य की फ्लोर मिलों को एफसीआई का गेहूं दूसरे राज्यों से खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेष के मुकाबले उत्तर प्रदेष में गेहूं के भाव ज्यादा है। उत्तर प्रदेष में एफसीआई 1,586 रूपये प्रति क्विंटल की दर से पुराना गेहूं और 1,656 रूपये प्रति क्विंटल की दर से नया गेहूं बेच रही है। जबकि पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेष में गेहूं की बिक्री 1,500 रूपये प्रति क्विंटल की दर से पुराना और 1,570 रूपये प्रति क्विंटल की दर से नया गेहूं बेच रही है। राजस्थान में एफसीआई 1,581 रूपये प्रति क्विंटल की दर से पुराना और 1,651 रूपये प्रति क्विंटल की दर से नया गेहूं बेच रही है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेष स्थिति एफसीआई से गेहूं की खरीद पर फ्लोर मिलों को 6.5 फीसदी खर्च अलग से देना पड़ता है जबकि राजस्थान और मध्य प्रदेष में यह षुल्क षुन्य है। ऐसे में राज्य की फ्लोर मिलों को पड़ौसी राज्यों का गेहूं सस्ता पड़ रहा है।
गेहूं के थोक कारोबारी संजीव अग्रवाल ने बताया कि एफसीआई ने पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेष को तो गेहूं उत्पादक राज्य का दर्जा दे रखा है इसलिए इन राज्यों में एकसमान दाम पर गेहूं की बिकवाली की जा रही है। उत्तर प्रदेष में गेहूं की बिक्री लुधियाना से डिलवरी केंद्र का भाड़ा जोड़कर के आधार पर की जा रही है। इसलिए इन राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेष में गेहूं के बिक्री दाम ज्यादा है। पंजाब और हरियाणा में तो गेहूं की बिक्री पर खर्च अलग से लगता है लेकिन मध्य प्रदेष और राजस्थान में खर्च नहीं लगता, इसलीए राज्य की फ्लोर मिलें इन राज्यों से डेडीकेट मूवमेंट फ्रेट के आधार पर गेहूं की खरीद कर रही है। उत्पादक मंडियों में आवक सीमित मात्रा में है इसलिए मार्च तक राज्य की फ्लोर मिलों को पड़ौसी राज्यों से ही गेहूं की खरीद करनी पड़ेगी।........आर एस राणा

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