आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू तेल वर्श की पहली तिमाही (नवंबर-2014 से जनवरी-2015) के दौरान देष में खाद्य तेलों के आयात में 17 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 3,424,986 टन का हुआ है। विष्व बाजार में कीमतें कम होने से जनवरी महीने में खाद्य तेलों के आयात में 21 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है।
साल्वेंट एक्सट्ेक्टर्स एसोसिषन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार जनवरी महीने में खाद्य तेलों के आयात में 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जनवरी महीने में 1,082,670 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ है जबकि पिछले साल जनवरी महीने में 905,814 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ था। इंडिनेषिया और मलेषिया ने पिछले तीन महीनों से खाद्य तेलों के निर्यात पर षुल्क को षून्य किया हुआ है जबकि इन देषों में बायो-डीजल में सीपीओ की मांग कम हुई है। ऐसे में इन देषों में पॉम तेल का स्टॉक ज्यादा हो गया है जिससे कीमतों में भारी कमी आई है।
आर बी डी पॉमोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर जनवरी-2014 में 830 डॉलर प्रति टन था जबकि जनवरी-2015 में इसका भाव घटकर 687 डॉलर प्रति टन रह गया। इसी तरह से क्रूड पाम तेल का भाव इस दौरान 837 डॉलर प्रति टन से घटकर 665 डॉलर प्रति टन रह गया। खाद्य तेलों के आयात में हुई बढ़ोतरी के कारण घरेलू बाजार में खाद्य तेलों का स्टॉक ज्यादा जमा हो गया है। पहली फरवरी को घरेलू बाजार में करीब 7.45 लाख टन का स्टॉक जमा है। ......आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू तेल वर्श की पहली तिमाही (नवंबर-2014 से जनवरी-2015) के दौरान देष में खाद्य तेलों के आयात में 17 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 3,424,986 टन का हुआ है। विष्व बाजार में कीमतें कम होने से जनवरी महीने में खाद्य तेलों के आयात में 21 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है।
साल्वेंट एक्सट्ेक्टर्स एसोसिषन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार जनवरी महीने में खाद्य तेलों के आयात में 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जनवरी महीने में 1,082,670 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ है जबकि पिछले साल जनवरी महीने में 905,814 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ था। इंडिनेषिया और मलेषिया ने पिछले तीन महीनों से खाद्य तेलों के निर्यात पर षुल्क को षून्य किया हुआ है जबकि इन देषों में बायो-डीजल में सीपीओ की मांग कम हुई है। ऐसे में इन देषों में पॉम तेल का स्टॉक ज्यादा हो गया है जिससे कीमतों में भारी कमी आई है।
आर बी डी पॉमोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर जनवरी-2014 में 830 डॉलर प्रति टन था जबकि जनवरी-2015 में इसका भाव घटकर 687 डॉलर प्रति टन रह गया। इसी तरह से क्रूड पाम तेल का भाव इस दौरान 837 डॉलर प्रति टन से घटकर 665 डॉलर प्रति टन रह गया। खाद्य तेलों के आयात में हुई बढ़ोतरी के कारण घरेलू बाजार में खाद्य तेलों का स्टॉक ज्यादा जमा हो गया है। पहली फरवरी को घरेलू बाजार में करीब 7.45 लाख टन का स्टॉक जमा है। ......आर एस राणा
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