जिंस बाजार नियामक एफएमसी ने कहा कि उसने अरंडी के सभी वायदा अनुबंधों पर पांच प्रतिशत अतिरिक्त मार्जिन आज से हटा दिया है। इस पहल के साथ अरंडी अनुबंधों पर कुल मार्जिन घट गया है। कारोबारियों के लिए वायदा कारोबार करने के संबंध में उक्त मार्जिन राशि जमा करना अनिवार्य था। नवंबर 2014 में अतिरिक्त मार्जिन लागाया गया था, ताकि अधिक सट्टेबाजी पर नियंत्रण रखा जा सके। 11 फरवरी को जिंस बाजार एनसीडीईएक्स ने नई फसल आने से पहले आयोग से अतिरिक्त मार्जिन हटाने की मांग की थी। एनसीडीईएक्स में अरंडी बीज का बड़ा कारोबार होता है (BS Hindi)
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