जनवरी अंत तक चीनी उत्पादन 15 फीसदी ज्यादा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2014-15 (अक्टूबर से सितंबर) में 31 जनवरी 2015 तक देषभर 134.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा है।
इंडियन षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के अनुसार गन्ना मिलों में पेराई समय से पहले आरंभ होने के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर पिछले साल से ज्यादा आने के कारण चीनी का उत्पादन बढ़ा है। चालू पेराई सीजन 2014-15 में 31 जनवरी 2015 तक 134.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 117.11 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में 508 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय केवल 491 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराश्ट में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक 54 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक 41.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में राज्य में 95 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।
उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक 33.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 27.84 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में प्रति हैक्टेयर उत्पादकता के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर ज्यादा आ रही है। ऐसे में चालू सीजन में राज्य में कुल 64 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक 22.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 22.20 लाख टन से ज्यादा है। कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 44 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 260 लाख टन होने का अनुमान है जबकि चीनी की घरेलू खपत सालाना करीब 247 लाख टन है। ऐसे में चालू सीजन में करीब 20 से 25 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचने की उम्मीद है।.आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2014-15 (अक्टूबर से सितंबर) में 31 जनवरी 2015 तक देषभर 134.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा है।
इंडियन षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के अनुसार गन्ना मिलों में पेराई समय से पहले आरंभ होने के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर पिछले साल से ज्यादा आने के कारण चीनी का उत्पादन बढ़ा है। चालू पेराई सीजन 2014-15 में 31 जनवरी 2015 तक 134.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 117.11 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में 508 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय केवल 491 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराश्ट में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक 54 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक 41.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में राज्य में 95 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।
उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक 33.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 27.84 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में प्रति हैक्टेयर उत्पादकता के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर ज्यादा आ रही है। ऐसे में चालू सीजन में राज्य में कुल 64 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक 22.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 22.20 लाख टन से ज्यादा है। कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 44 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 260 लाख टन होने का अनुमान है जबकि चीनी की घरेलू खपत सालाना करीब 247 लाख टन है। ऐसे में चालू सीजन में करीब 20 से 25 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचने की उम्मीद है।.आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें