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16 अप्रैल 2009

स्टॉकिस्टों की मांग बढ़ने से ग्वार व गम में और सुधार

मांग बढ़ने से पिछले सप्ताह राजस्थान की मंडियों में ग्वार सीड में छह तथा ग्वार गम में तीन फीसदी तक का और सुधार दर्ज किया गया है। थोक व्यापारियों का कहना है कि स्टॉकिस्टों के हावी होने तथा ग्वार गम फैक्ट्रियों की मांग से एक सप्ताह में राज्य की मंडियों में ग्वार सीड में बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस वजह से जयपुर मंडी में ग्वार मिल डिलीवरी के भाव दो फीसदी से ज्यादा बढ़कर 1840 से 1900 रुपए क्विंटल हो गए। जोधपुर में भी ग्वार मिल डिलीवरी तीन फीसदी महंगी होकर 1875 से 1900, अलवर में लूज में ग्वार के भाव सात फीसदी बढ़कर 1690 से 1700 और श्रीगंगानगर मंडी में करीब साढ़े चार फीसदी की तेजी से 1550 से 1623 रुपए क्विंटल पर पहुंच गए। दूसरी तरफ निर्यातकों की मांग से जयपुर और जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव दो से तीन फीसदी बढ़कर 3800 से 3850 रुपए क्विंटल हो गए हैं। वायदा में भी ग्वार महंगा हो रहा है। अलवर के थोक व्यापारी हीरालाल गुप्ता ने बताया कि ग्वार गम के नए निर्यात ऑडरों के कारण ग्वार गम फैक्ट्रियां ग्वार की खरीद कर रही है। चुंकि इस अब लगभग सारा माल किसानों के खलिहानों से निकलकर स्टॉकिस्टों और थोक व्यापारियों के पास पहुंचने से ग्वार में लगातार बढ़ोतरी का रुख देखने को मिल रहा है और मांग इसी तरह बनी रही तो ग्वार सीड में और तेजी की संभावना है। श्रीगंगानगर के थोक व्यापारी सुरेंद्र सुमानी का कहना है कि ग्वार गम फैक्ट्रियों के साथ स्टॉकिस्ट भी खरीदारी में पीछे नहीं है क्योंकि स्टॉकिस्टों का मानना है कि इस साल पैदावार कम होने से अगले कुछ महीनों तक ग्वार सीड में मंदी के आसार नहीं है।जयपुर के थोक व्यापारी रामावतार खंडेलवाल का कहना है कि आर्थिक मंदी के बादल जल्दी ही छंटने के संकेत मिलने के साथ ही ग्वार गम की मांग फिर से बढ़ने लगी है। साथ ही कच्चे तेल के भाव 50 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर निकलने से तेजी को बल मिला है। (Business Bhaskar)

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