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16 अप्रैल 2009

मार्च में खाद्य तेलों का आयात 28 फीसदी बढ़ा

चालू वर्ष के मार्च महीने में देश में खाद्य तेलों के आयात में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीईए) के मुताबिक मार्च में खाद्य तेलों का आयात बढ़कर 641,141 टन रहा जबकि पिछले साल मार्च में इसका आयात 609,553 टन रहा था। चुनाव बाद आयातित खाद्य तेलों के आयात पर शुल्क लगने की संभावना के कारण आयातकों द्वारा भारी मात्रा में आयात सौदे किए जा रहे हैं।सीईए द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार चालू तेल वर्ष के पहले पांच महीनों (नवंबर-08 से मार्च-09) में अभी तक देश में खाद्य तेलों का कुल आयात 35.92 लाख टन का हो चुका है। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इसमें 59 फीसदी का भारी इजाफा हुआ है। पिछले साल की समान अवधि में देश में खाद्य तेलों का आयात 22.64 लाख टन का हुआ था। चालू तेल वर्ष के पिछले चार महीनों में लगातार खाद्य तेलों के आयात में बढ़ोतरी हुई है। भारत और अन्य देशों की भारी खरीद के परिणामस्वरूप ही आयातित खाद्य तेलों के भाव नवंबर-08 की तुलना में काफी बढ़े हैं। आरबीडी पामोलीन के भाव भारतीय बंदरगाह पर नवंबर-08 में 565 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) थे जबकि 13 अप्रैल को इसके दाम बढ़कर 800 डॉलर प्रति टन हो गये। इसी तरह से क्रूड पाम तेल की कीमतों में इस दौरान 200 डॉलर की तेजी आकर भाव 725 डॉलर प्रति टन हो गये। क्रूड सोयाबीन तेल के दाम 801 डॉलर से बढ़कर 825 डॉलर प्रति टन हो गये।विदेशी बाजारों में आई तेजी का असर घरेलू खाद्य तेल बाजारों पर भी देखा जा रहा है। घरेलू बाजारों में पिछले पंद्रह-बीस दिनों में सरसों और सोयाबीन की कीमतों में लगभग 400 से 500 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। (Business Bhaskar)

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