11 अप्रैल 2009
चावल की खरीद 300 लाख टन से ज्यादा
चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान चावल की सरकारी खरीद 300 लाख टन से ज्यादा होने की संभावना है। मौजूदा समय में मंडियों में आए धान का करीब पचास फीसदी हिस्स सरकार खरीद चुकी है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक चावल खरीद की यदि मौजूदा रफ्तार आगे भी जारी रहती है तो पिछले सीजन के मुकाबले इस सीजन में करीब 20 फीसदी ज्यादा खरीद हो सकती है। इस तरह से धान खरीद का स्तर 342 लाख टन तक जा सकता है। हालांकि खरीद की यह रफ्तार बने रहने की संभावना कम है। इसके बावजूद खरीद 300 लाख टन के पार जा सकती है। इस समय सरकार का पूरा ध्यान गेहूं खरीद पर है। रोजाना करीब 60,000 टन से ज्यादा चावल की खरीद हो रही है।सूत्रों का मानना है कि चुनाव अचार संहिता की वजह से खरीद में कुछ सावधनियां भी बरतनी पड़ रही है। फूड कारपोरशन ऑफ इंडिया द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक चालू सीजन के दौरान चावल खरीद में करीब 20 फीसदी का इजाफा हुआ है अब तक एफसीआई करीब 264.72 लाख टन चावल की खरीद कर चुकी है। जिसमें मिलरों से लिया गया 83.86 लाख टन लेवी चावल भी शामिल है। पिछले साल इस अवधि के दौरान करीब 219.72 लाख टन चावल की खरीद हुई थी। इस साल अब तक मंडियों में 437.42 लाख टन चावल की आवक हुई है। यह करीब 60 फीसदी से ज्यादा है। केंद्र सरकार के दूसर अग्रिम अनुमान के मुताबिक चालू सीजन में करीब 988.9 लाख टन चावल उत्पादन की संभावना है। जिसमें खरीफ सीजन में करीब 854.5 लाख टन और रबी सीजन में करीब 134.4 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है। एफसीआई के आंकड़ों के मुताबिक नौ अप्रैल तक पंजाब में 84.54 लाख टन चावल की खरीद हुई है। पिछले साल इस अवधि में 77.71 लाख की खरीद हुई थी। वहीं उत्तर प्रदेश में करीब 35.13 लाख टन की खरीद हो चुकी है। पिछले साल इस अवधि में 25.74 लाख टन चावल की खरीद हुई थी। बिहार में इस दौरान 7.03 लाख टन चावल खरीद हुई है। पिछले साल समान अवधि में करीब 3.8 लाख टन खरीद हुई थी। मध्य प्रदेश में 1.67 लाख टन चावल की खरीद हुई है। पिछले साल इस अवधि में यहां करीब 69 हजार टन चावल की खरीद हो पाई थी। (Business Bhaskar)
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