आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन एसोसिएषन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार पहली अक्टूबर-2014 से षुरू हुए चालू फसल सीजन में देष में 397 लाख गांठ (एक गांठ-170) किलो कपास उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 407 लाख गांठ से कम है।
सीएआई के अध्यक्ष धीरेन एन सेठ के मुताबिक चालू सीजन में देष में कपास की कुल उपलब्धता 468.90 लाख गांठ की रहेगी जबकि इसकी सालाना खपत करीब 306 लाख गांठ की होती है। ऐसे में देष में कपास का करीब 162.90 लाख गांठ का स्टॉक सरप्लस है। उन्होंने बताया कि कॉटन कारर्पोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर प्रमुख उत्पादक राज्यों में कपास की खरीद कर रही है जिससे किसानों को कपास का उचित मूल्य मिल रहा है। विष्व बाजार में दाम कम होने के कारण चालू सीजन में निर्यात मांग कमजोर है जिससे घरेलू बाजार में भी पिछले साल की तुलना में कपास के दाम नीचे बने हुए हैं।
सीएआई के अनुसान चालू सीजन में गुजरात में 119 लाख गांठ, महाराश्ट् में 82.25 लाख गांठ, तेलंगाना में 54 लाख गांठ, आंध्रप्रदेष में 24 लाख गांठ, कर्नाटका 30 लाख गांठ, मध्य प्रदेष 18 लाख गांठ, हरियाणा 25 लाख गांठ, पंजाब 14.50 लाख गांठ, राजस्थान 17 लाख गांठ और तमिलनाडु में 7.25 लाख गांठ कपास उत्पादन का अनुमान है। चालू सीजन में अभी तक देषभर की मंडियों में 218.90 लाख गांठ की आवक हो चुकी है।
कपास व्यापारी संजीव गर्ग ने बताया कि इस समय उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक डेढ़ से पौने दो लाख गांठ की हो रही है। विष्व बाजार में सप्ताह भर में कपास की कीमतों में हल्का सुधार आया है। दस फरवरी को विष्व बाजार में कॉटन का भाव 62.39 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ। सीसीआई के अनुसार चालू सीजन में एमएसपी पर अभी तक देषभर की मंडियों से 65 लाख गांठ कपास की खरीद हो चुकी है जबकि इसमें से 29,000 गांठ की बिक्री की गई है।.......आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन एसोसिएषन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार पहली अक्टूबर-2014 से षुरू हुए चालू फसल सीजन में देष में 397 लाख गांठ (एक गांठ-170) किलो कपास उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 407 लाख गांठ से कम है।
सीएआई के अध्यक्ष धीरेन एन सेठ के मुताबिक चालू सीजन में देष में कपास की कुल उपलब्धता 468.90 लाख गांठ की रहेगी जबकि इसकी सालाना खपत करीब 306 लाख गांठ की होती है। ऐसे में देष में कपास का करीब 162.90 लाख गांठ का स्टॉक सरप्लस है। उन्होंने बताया कि कॉटन कारर्पोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर प्रमुख उत्पादक राज्यों में कपास की खरीद कर रही है जिससे किसानों को कपास का उचित मूल्य मिल रहा है। विष्व बाजार में दाम कम होने के कारण चालू सीजन में निर्यात मांग कमजोर है जिससे घरेलू बाजार में भी पिछले साल की तुलना में कपास के दाम नीचे बने हुए हैं।
सीएआई के अनुसान चालू सीजन में गुजरात में 119 लाख गांठ, महाराश्ट् में 82.25 लाख गांठ, तेलंगाना में 54 लाख गांठ, आंध्रप्रदेष में 24 लाख गांठ, कर्नाटका 30 लाख गांठ, मध्य प्रदेष 18 लाख गांठ, हरियाणा 25 लाख गांठ, पंजाब 14.50 लाख गांठ, राजस्थान 17 लाख गांठ और तमिलनाडु में 7.25 लाख गांठ कपास उत्पादन का अनुमान है। चालू सीजन में अभी तक देषभर की मंडियों में 218.90 लाख गांठ की आवक हो चुकी है।
कपास व्यापारी संजीव गर्ग ने बताया कि इस समय उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक डेढ़ से पौने दो लाख गांठ की हो रही है। विष्व बाजार में सप्ताह भर में कपास की कीमतों में हल्का सुधार आया है। दस फरवरी को विष्व बाजार में कॉटन का भाव 62.39 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ। सीसीआई के अनुसार चालू सीजन में एमएसपी पर अभी तक देषभर की मंडियों से 65 लाख गांठ कपास की खरीद हो चुकी है जबकि इसमें से 29,000 गांठ की बिक्री की गई है।.......आर एस राणा

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