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11 फ़रवरी 2015

ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री 15 फीसदी कम


आर एस राणा
नई दिल्ली। खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री में 15.28 फीसदी की कमी आई है। चालू सीजन में ओएमएसएस के तहत अभी तक 35.85 लाख टन गेहूं का ही उठाव हो पाया है। फरवरी-मार्च में और 12 से 15 लाख टन गेहूं की ही और बिक्री होने की संभावना है। ऐसे में चालू सीजन में ओएमएसएस के तहत कुल आवंटन का 50 फीसदी गेहूं ही बिकने का अनुमान है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के वरिश्ठ अधिकारी ने मार्किट टाईम्स को बताया कि चालू सीजन में रोलर फ्लोर मिलों ने ओएमएसएस के तहत अभी तक 35.85 लाख टन गेहूं की ही खरीद की है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 42.35 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि उत्पादक राज्यों में स्टॉक ज्यादा होने के कारण चालू सीजन में ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री में कमी आई है। मार्च-अप्रैल महीने में गेहूं की नई फसल आ जायेगी, इसलिए स्टॉकिस्ट स्टॉक बेच रहे हैं जिससे रोलर फ्लोर मिलें एफसीआई से सीमित मात्रा में गेहूं की खरीद कर रही है।
उन्होंने बताया कि चालू सीजन में ओएमएसएस के तहत 100 लाख टन गेहूं बेचने का लक्ष्य तय किया था लेकिन फरवरी और मार्च महीने को मिलाकर कुल करीब 12 से 15 लाख टन गेहूं की ही और बिक्री होने का अनुमान है। ऐसे में कुल आवंटन का 50 फीसदी गेहूं ही ओएमएसएस के तहत बिक पायेगा।
केंद्रीय पूल में पहली फरवरी को 220.14 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है जोकि फरवरी-2014 के 242 लाख टन से कम है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेष से मार्च के मध्य में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद षुरू हो जायेगी, जबकि अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेष से गेहूं की सरकारी खरीद पहली अप्रैल से षुरू होगी। इसलिए ओएमएसएस में गेहूं की बिक्री मार्च के आखिर में बंद कर दी जायेगी।
गेहूं के थोक कारोबारी संजीव अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली के लारेंस रोड़ पर गेहूं के भाव वर्तमान में 1,680-1,700 रूपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि दिल्ली में एफसीआई के गेहूं का बिक्री भाव 1,570 और 1,640 रूपये प्रति क्विंटल ( क्रमषः पुराना और नया) के आधार पर है। कृशि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में देषभर में 306.35 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 315.32 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।......आर एस राणा

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