ठाणे एक ओर सरकार खाद्य सुरक्षा बिल पेश कर रही है, ताकि हर किसी को अनाज मिल सके। लेकिन अनाज की बर्बादी चौंकाने वाली है। पिछले एक दशक में 7.42 लाख टन अनाज की बर्बादी विभिन्न वजहों के चलते हुई है।
इसका मूल्य 330.71 करोड़ रुपये है। भारतीय खाद्य निगम ने स्थानीय कार्यकर्ता प्रकाश शर्मा की सूचना अधिकार कानून के तहत दायर की गई याचिका के जवाब में यह जानकारी दी है।
एफसीआई के अनुसार अनाज की यह बर्बादी अप्रैल 2000 से मार्च 2011 के दौरान हुई है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा 1.82 लाख टन अनाज की बर्बादी 2000-01 के दौरान हुई। इस अनाज की कीमत 67.52 करोड़ रुपये थी। वर्ष 2011-11 के दौरान 3.40 करोड़ रुपये का अनाज बर्बाद हुआ। (Business Bhaskar)
22 दिसंबर 2011
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