04 अप्रैल 2009
इलायची वायदा में तेजी का रुख
बोल्ड क्वालिटी के माल की कमी और निर्यातकों की मांग बढ़ने से घरेलू बाजार में इलायची के भावों में करीब दस फीसदी की तेजी आ चुकी है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में निवेशकों की खरीद बढ़ने से अप्रैल वायदा में भी पिछले दस दिनों में करीब नौ फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश न होने से पांचवीं और छठी तुड़ाई में बड़ी इलायची की कमी रही ही है। साथ ही अब सातवीं तुड़ाई में भी बड़ी इलायची की आवक कम रहेगी। ऐसे में इलायची के मौजूदा भावों में और भी तेजी की उम्मीद की जा रही है।वायदा बाजार में तेजीमल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में निवेशकों की खरीद बढ़ने से अप्रैल वायदा में पिछले दस दिनों में इलायची के भाव में करीब 52 रुपए प्रति किलो की तेजी आ चुकी है। 23 मार्च को एमसीएक्स पर अप्रैल वायदा के भाव 611 रुपए प्रति किलो थे। जबकि शुक्रवार को इसके भाव बढ़कर ऊपर में 663 रुपए किलो हो गए। निर्यातकों की अच्छी मांग से हाजिर बाजार में इलायची के भाव में आई तेजी का असर वायदा बाजार में भी देखने को मिल रहा है। अप्रैल वायदा में 158 लॉट के सौदे हुए हैं।निर्यात में बढ़ोतरीभारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक गुजरे कारोबारी साल में फरवरी तक इलायची का निर्यात 600 टन का हो चुका है। पिछले वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 430 टन का ही हुआ था। फरवरी में निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान देश से इलायची का निर्यात 125 टन का हुआ है। जबकि इससे पहले के कारोबारी साल के फरवरी महीने में इसका निर्यात मात्र 30 टन का हुआ था।खाड़ी देशों और यूरोप में मांग मुंबई स्थित इलायची के निर्यातक मूलचंद रुबारल ने बताया कि इस समय खाड़ी देशों के साथ यूरोप में अच्छी मांग है। भारतीय इलायची के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़कर 12 से 16 डॉलर प्रति किलो हो गए हैं। जबकि ग्वाटेमाला की इलायची के भाव 11 से 14 डॉलर प्रति किलो पर बोले जा रहे हैं। भारतीय इलायची की क्वालिटी ग्वाटेमाला के प्रोडक्ट से अच्छी होने के कारण मांग ज्यादा निकल रही है। अगस्त के मध्य में रमजान शुरू हो जाएंगे। रमजान में इलायची की खाड़ी देशों की मांग बढ़ जाती है। इसलिए आगामी दिनों में निर्यातकों की मांग में और भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।बोल्ड क्वालिटी के माल की कमीकेरल की कुमली मंडी के इलायची व्यापारी अरुण अग्रवाल ने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त वर्षा न होने से पांचवीं और छठी तुड़ाई में बोल्ड क्वालिटी (साढ़े सात और आठ एमएम) के माल की आवक कम हुई है। अब चूंकि सातवीं तुड़ाई शुरू हो चुकी है। और अभी तक उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। इसलिए सातवीं तुड़ाई में भी बोल्ड क्वालिटी के माल की आवक कम रहेगी। ऐसे में इलायची में तेजी का रुख कायम रह सकता है। उत्पादक मंडी में 6.5 एमएम इलायची के भाव बढ़कर 590 से 600 रुपए 7 एमएम के भाव 620 से 630 रुपए, 7.5 एमएम के 680 से 700 रुपए और 8 एमएम इलायची के भाव 620 से 740 रुपए प्रति किलो हो गए हैं। जबकि मार्च के मध्य में 6.5 एमएम क्वालिटी के भाव 540 से 550 रुपए, 7 एमएम के 590 से 610 रुपए, 7.5 एमएम के 620 से 630 रुपए और 8 एमएम के भाव 650 से 675 रुपए प्रति किलो थे। उत्पादक क्षेत्रों में इलायची की साप्ताहिक आवक भी 300 टन से घटकर 200-225 टन की रह गई है।पैदावार का हाल इलायची व्यापारी अशोक पारिख ने बताया कि चालू फसल सीजन में देश में इलायची की पैदावार 12,000 टन होने की उम्मीद है। यह पिछले वर्ष से ज्यादा है। उधर ग्वाटेमाला में प्रतिकूल मौसम से इलायची का उत्पादन पिछले वर्ष के 22,000 टन के मुकाबले घटकर 18,000 से 19,000 टन रहने की उम्मीद है। (Business Bhaskar...R S Rana)
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