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18 फ़रवरी 2009

चीनी की कीमतों में तेजी के संकेत

नई दिल्ली February 17, 2009
चीनी के लिए स्टॉक सीमा तय होने की आशंका खत्म होते ही चीनी की कीमत में बढ़ोतरी के संकेत मिलने लगे हैं। हाजिर बाजा से लेकर वायदा बाजार, सभी जगहों पर चीनी की कीमत में तेजी देखी गयी।
मंगलवार को दिल्ली के थोक बाजार में चीनी के भाव में 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गयी तो वायदा बाजार में यह तेजी 30 रुपये प्रति क्विंटल की रही। हालांकि सरकार द्वारा शुल्क मुक्त चीनी के आयात की अनुमति देने के बाद चीनी की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी पर रोक भी लगी है।
मंगलवार को हाजिर बाजार में चीनी की कीमत 2300 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गयी। वायदा बाजार में मई के लिए चीनी की कीमत 2245 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को छू चुकी है। चीनी के कई थोक कारोबारियों के मुताबिक इस साल चीनी के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले करीब 100 लाख टन की गिरावट की आशंका है।
घरेलू मांग के मुकाबले चीनी की पूर्ति निश्चित रूप से काफी कम होगी। ऐसे में बाजार में स्टॉक करने की होड़ लगना लाजिमी है। ताकि जून-जुलाई के बाद चीनी को बढ़ी हुई कीमत पर बेचा जा सके। चीनी के लिए सरकार की तरफ से कोई स्टॉक सीमा तय नहीं है।
यानी कि कोई भी कारोबारी अपनी इच्छा के अनुरूप चीनी का स्टॉक रख सकता है। पिछले दस दिनों से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार चीनी की स्टॉक सीमा तय कर सकती है, लेकिन कृषि मंत्री शरद पवार के इस बयान के बाद कि फिलहाल चीनी की स्टॉक सीमा तय नहीं होने जा रही है, कीमतों में इजाफा शुरू हो गया।
माना जा रहा है कि आगामी एक सप्ताह में चीनी में 50-100 रुपये प्रति क्विंटल की और तेजी आ सकती है। एक कारोबारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सबको पता है चीनी के दाम भविष्य में और तेज होंगे।
हर कारोबारी निश्चित रूप से चीनी का स्टॉक करना चाहेगा। पिछले साल चीनी का उत्पादन 263 लाख टन था जबकि इस साल यह उत्पादन 160 लाख टन के स्तर पर आ सकता है। हालांकि सरकार 190 लाख टन चीनी उत्पादन का दावा कर रही है। (BS Hindi)

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