मुंबई February 21, 2009
सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना के बावजूद बाजार में खरीदारों का टोटा पड़ा हुआ। हालत यह है कि सोने का आयात लगभग ठप हो गया है। कीमतों में वृद्धि के चलते मुंबई में आभूषणों की बिक्री में करीब 65 फीसदी घट गई है।
आभूषण कारोबारी कीमतों में बढ़ोतरी को सटोरियों की देन मान रहे हैं, तो बाजार के जानकार कहते हैं कि सोने की मजबूती में फंडामेंटल सपोर्ट नहीं है। निवेशकों की पसंद से इसमें मजबूती देखी जा रही है।
बाजार विशेषज्ञों की लाख दलीलें सुनने के बाद भी लोग इस समय सोना खरीदने से ज्यादा बेचना पसंद कर रहे हैं। इसकी वजह चेनाजी नरसीजी धीरज जैन फर्म के धीरज जैन कहते हैं कि सोने की कीमतें वास्ताविकता से ज्यादा ऊपर पहुंच चुकी हैं, जिसकी कोई ठोस वजह समझ में नहीं आ रही है।
इसलिए लोग सोना बेचना चाहते हैं। जैन कहते हैं कि कुछ एक्सचेंजों और अंतरराष्ट्रीय सटोरियों ने मिलकर सोने का भाव बढ़ा दिया है। जिस तरह कच्चे तेल के दाम चढ़ाकर सटोरियों ने मुनाफा कमाया, वैसे ही इस समय सोना के साथ हो रहा है।
बुलियन मार्केट के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में रोजाना करीब 40 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, लेकिन अभी यह घटकर 15-16 करोड़ रुपये की रह गई है। शादी विवाह का मौसम और दाम ज्यादा होने से इस समय बिक्री का औसत ग्राफ 40 करोड़ रुपये से कहीं ज्यादा होना चाहिए था।
बॉम्बे बुलियन एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया के सबसे बड़े खरीदार भारत में सोने के आयात में 2007 की तुलना में 2008 के दौरान 47 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2008 में कुल 402 टन सोने का आयात किया गया, जबकि 2007 में यह आंकड़ा 759 टन था।
बीबीए के अध्यक्ष सुरेश हुंडिया के अनुसार, औसतन एक महीने में 20 टन सोना का आयात करना पड़ता है, लेकिन मांग में कमी के चलते जनवरी महीने में सिर्फ 1.8 टन सोने का आयात किया गया। वहीं फरवरी में सोना का आयात किया ही नहीं गया।
आयात के साथ निर्यात में भी भारी कमी देखी जा रही है। दिसंबर महीने में सिर्फ 3 टन आभूषणों का निर्यात हुआ, जबकि दिसंबर 2007 में 16 टन गहनों का निर्यात किया गया था। सोने की चढ़ती कीमतों के बारे में शेयर खान के कमोडिटी रिसर्चर प्रवीन सिंह कहते हैं कि लोगों के पास इस समय निवेश के कोई विश्वासनीय विकल्प नहीं है, इसलिए लोग सोने की तरफ भाग रहे हैं।
सोना ने बड़ा दुख दीना
कारोबारी मानते हैं, एक्सचेंजों और अंतरराष्ट्रीय सटोरियों की वजह से कीमतों में आई तेजी मुंबई में आभूषणों की बिक्री में 65 फीसदी की गिरावटफरवरी माह में नहीं करना पड़ा आयात (BS Hindi)
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