26 फ़रवरी 2009
बीटी बैंगन के बीज बेचने की अनुमति अगले साल : मैको
अहमदाबाद। महाराष्ट्र हाइब्रिड सीड्स कंपनी लि. (मैको) को उम्मीद है कि उसे बीटी बैंगन के बीज बाजार में बेचने की अनुमति जेनेटिक इंजीनियरिंग मंजूरी कमेटी से अगले वित्त वर्ष की समाप्ति तक मंजूरी मिल सकती है। मैको की संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) उषा बारवाले जेर ने संवाददाताओं को बताया कि हमें फील्ड ट्रायल के लिए बीटी बैंगन बीज उगाने की मंजूरी कमेटी से पहले ही मिल गई थी। यह परीक्षण पूरा हो गया है। अब हमने इन बीजों के वाणिज्यक उत्पादन और बिक्री के लिए कमेटी को आवेदन किया है। अगले वित्त वर्ष 2009-10 के अंत तक इसके लिए अनुमति मिलने की उम्मीद है। उन्होंने दावा किया कि मैको देश में बीटी बैंगन के लिए आवेदन करने वाली पहली कंपनी है। कंपनी ने 2006 में बीटी बैंगन के वाणिज्यिक उत्पादन के अनुमति मांगी थ लेकिन कमेटी ने कुछ परीक्षण करने को कहा। उन्होंने बताया कि कमेटी के सुझाए गए परीक्षण व अध्ययन पूरे कर लिए गए हैं। उनकी रिपोर्ट के साथ कंपनी ने पिछले साल वाणिज्यिक उत्पादन के लिए आवेदन किया है। कमेटी की कंपनी के अधिकारियों के साथ पिछले माह परीक्षण पर बातचीत भी हो चुकी है। यह कमेटी केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अधीन शीर्ष कमेटी है जो जेनेटिक रिसर्च पर निगरानी करती है। कंपनी की इस अधिकारी के अनुसार ये बीज किसानों के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे। किसानों को पेस्टीसाइड्स पर 70 फीसदी कम खर्च करना होगा क्योंकि इन बीजों कीटों से लड़ने की काफी क्षमता होगी। बीटी बैंगन के पौधे में चौबीसों घंटे कीटों से लड़ने की ताकत होगी। उन्होंने दावा किया कि बीटी बीज से बैंगन की पैदावार भी ज्यादा होगी और क्वालिटी अच्छी होगी। कंपनी अधिकारी ने बताया कि करीब नौ साल के गहन अनुसंधान के बाद कंपनी बीटी बैंगन का का बीज विकसित करने में सफल हो पाई है और अब वह ये बीज बाजार में बेचने को तैयार है। कंपनी ओकरा और चावल के भी बीटी बीजों का फील्ड ट्रायल कर रही है। कंपनी गेहूं व चावल की कुछ हाईब्रिड बीजों पर भी काम कर रही है। कंपनी ऐसा बीज विकसित करने की कोशिश कर रही है जो सूखे की स्थिति में भी उग सके (Business Bhaskar)
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