28 फ़रवरी 2009
सोना कारोबार में स्टॉकिस्ट हावी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में करीब 12 डॉलर की तेजी आने से घरेलू बाजारों में सोने की तेजी को बल मिला है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) वायदा कारोबार में भी करीब 510 रुपए की तेजी देखने को मिली। हालांकि घरेलू बाजार में ऊंचे भावों में सोने में मांग का अभाव है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ-साथ घरेलू बाजारों में भी सोने में स्टॉकिस्टों की सट्टेबाजी चरम पर है। इसलिए निवेशकों को ऊंचे स्तरों पर खरीदारी से परहेज करना चाहिए।दिल्ली के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भावों में करीब 12 डॉलर प्रति औंस की तेजी आने से दिल्ली सराफा बाजार में भी सोने के भावों में 80 रुपए की तेजी आकर भाव 15,350 रुपए प्रति दस ग्राम हो गए। अंतराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में 12 डॉलर की तेजी आकर भाव 951 डॉलर प्रति औंस हो गए। जानकारों के अनुसार घरेलू बाजार में निवेशकों के साथ-साथ गहनों की मांग का भी अभाव है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार की तेजी से घरेलू बाजार में इसके भाव तेज बने रह सकते हैं। मुनाफावसूली से घरेलू बाजारों में चालू सप्ताह में सोने की कीमतों में करीब 4 फीसदी की गिरावट आई थी जबकि एमसीएक्स पर भी सोने के अप्रैल महीने के वायदा में इस दौरान लगभग 4.3 फीसदी गिरावट आई थी। अंतराष्ट्रीय बाजार का हाल अंतराष्ट्रीय बाजार में 9 फरवरी को सोने के दाम 900 डॉलर प्रति औंस पर थे। इन भावों में निवेशकों की भारी खरीदारी से 20 फरवरी को कीमतें बढ़कर ऊपर में 1005 डॉलर प्रति औंस हो गई थी। लेकिन ऊंचे भावों में मुनाफावसूली से चालू सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके भावों में करीब 67 डॉलर की गिरावट आकर नीचे में भाव 938 प्रति औंस रह गए थे। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम 938 डॉलर पर खुले और निवेशकों की खरीद बढ़ने से 12 डॉलर की तेजी आकर भाव 951 डॉलर प्रति औंस हो गए। घरेलू बाजार की स्थिति ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शील चंद जैन ने बताया कि दिल्ली सर्राफा बाजार में 9 फरवरी को सोने के दाम 14,320 रुपए प्रति दस ग्राम थे। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के असर से घरेलू बाजार में भी 20 फरवरी तक इसकी कीमतों में करीब 11 फीसदी की बढ़त आकर ऊंचे में भाव 15,910 रुपए प्रति दस ग्राम हो गए। ऊंचे भावों में निवेशकों की मुनाफावसूली से चालू सप्ताह में इसके भावों में करीब 4 फीसदी की गिरावट आकर भाव 15,350 रुपए प्रति दस ग्राम रह गये। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले घटकर 51 रुपए के स्तर पर पहुंच गया। ऐसा निर्यातकों की ओर से डॉलर में मांग बढ़ने से हुआ है। दूसरा कच्चे तेलों की कीमतों में भी चालू सप्ताह में करीब चार-पांच डॉलर प्रति बैरल का सुधर करीब 43 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। जिससे सोने की तेजी को बल मिला है। दिल्ली के ज्वैलर्स वीके गोयल ने बताया कि इतने ऊंचे भाव में आम निवेशक बाजार से दूरी बनाए हुए हैं। ब्याह-शादियों का सीजन भी लगभग समाप्त हो गया है। इसलिए मार्च महीने में गहनों की मांग भी कमजोर रहेगी। वैसे भी मार्च क्लोजिंग का असर पर खरीद पर पड़ेगा। ऐसे में घरेलू बाजार में मांग को देखते हुए तो भाव में गिरावट की उम्मीद है लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुख पर ही घरेलू बाजारों की तेजी-मंदी निर्भर करेगी।सोने का आयात घटामुंबई बुलियन एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश हुंडिया ने बताया कि ऊंचे भावों का आलम ये है कि फरवरी महीने में देश में सोने का आयात ही नहीं हुआ। पिछले वर्ष फरवरी महीने में सोने का आयात 23 टन का हुआ था। जनवरी महीने में भी देश में सोने का मात्र दो टन का आयात हुआ है। जबकि पिछले वर्ष जनवरी महीने में 18 टन सोने का आयात हुआ था। देश में कुल खपत का करीब 80 फीसदी सोना आयात होता है। इसलिए घरेलू बाजारों में सोने की तेजी-मंदी अंतरराष्ट्रीय बाजार के भावों पर निर्भर करती है।वायदा बाजारपॉसिबल वैल्थ ट्रेड के डायरेक्टर हनीश कुमार सिन्हा ने बताया कि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर फरवरी महीने में सोने ने रिकार्ड स्तर छुआ। एमसीएक्स पर अप्रैल महीना वायदा के भाव नौ अप्रैल को 13,915 रुपए थे, लेकिन निवेशकों की भारी खरीद से 20 फरवरी को इसके दाम रिकार्डस्तर 16,040 रुपए प्रति दस ग्राम हो गए। इस दौरान इसमें करीब 15.5 फीसदी की तेजी आई। इन भावों में मुनाफावसूली आने से चालू सप्ताह में करीब 4.3 फीसदी की गिरावट आकर भाव नीचे में 15,350 रुपए प्रति दस ग्राम रह गए थे। शुक्रवार को अप्रैल महीने के वायदा भाव में करीब 510 रुपए की तेजी आकर 15,680 रुपए प्रति दस ग्राम पर कारोबार करते देखा गया। (Business Bhaskar...R S Rana)
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