25 फ़रवरी 2009
राजस्थान में गेहूं खरीद 15 मार्च से संभव
राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद निर्धारित समय से एक पखवाड़े पहले 15 मार्च से ही शुरू होने की संभावना है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने राज्यों से पिछली फसल का अपने हिस्से का बचा हुआ गेहूं उठाने का फिर से आग्रह किया है ताकि अगली फसल का गेहूं रखने के लिए गोदाम खाली हो सकें।भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के महाप्रबंधक (राजस्थान) आर.सी. मीणा ने बताया कि आमतौर पर रबी विपणन सत्र के दौरान एमएसपी पर खरीद एक अप्रैल से ही शुरू की जाती है लेकिन गुजरात व मध्य प्रदेश में खरीद पंद्रह दिन पहले शुरु होने की संभावना को देखते हुए राजस्थान में भी खरीद जल्दी शुरू की जा रही है। राज्य के अतिरिक्त खाद्य आयुक्त ओ.पी. यादव ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एफसीआई ने गेहूं की खरीद जल्दी शुरू करने के बार में जानकार दी है। हमने केंद्र सरकार को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था।पिछले वर्ष भी राज्य में 15 दिन पहले गेहूं की खरीद शुरू हो गई थी। राजस्थान में एफसीआई ने स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर राज्य में दस लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है। इसके लिए राज्य में 295 खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। पिछले वर्ष राज्य में सरकारी एजेंसियों ने 9.35 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। लेकिन इस बार गेहूं उत्पादन में कमी को देखते हुए एफसीआई को खरीद लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद कम ही है। प्रारंभिक अनुमानों के मुताबिक राज्य में इस बार गेहूं की पैदावार दस फीसदी घटकर 63.81 लाख टन रह जाने का अनुमान है। कृषि मंत्री शरद पंवार ने कहा कि अभी तक बफर स्टॉक में पिछले वर्ष का 136 लाख टन गेहूं पड़ा हुआ है। पिछले वर्ष सरकारी एजेंसियों ने रिकॉर्ड 226.82 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। जबकि एक अप्रैल से खाद्यान्नों की खरीद शुरू होनी है। इसलिए मंत्रालय ने राज्यों से गेहूं उठाने के आग्रह को दोहराया है। पिछले सप्ताह लोकसभा में भी कहा था कि खाद्यान्नों के लिए वर्ष 2009-10 में पंजाब में 43.62 लाख टन और हरियाणा में 44.81 लाख टन अतिरिक्त भंडारण की जरूरत होगी। (Business Bhaskar)
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