27 फ़रवरी 2009
राजस्थान में जौ उत्पादन अस्सी फीसदी बढ़ने की संभावना
राजस्थान में इस साल जौ की पैदावार बढ़कर 9.85 लाख टन होने का अनुमान है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में करीब 80 फीसदी ज्यादा होगी। राज्य के दौसा व भीलवाड़ा की मंडियों में नए माल की आवक शुरू होने से पिछले तीन दिन में पुराने जौ की कीमतों में 12 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है जबकि नया जौ पिछले वर्ष की तुलना में करीब बीस फीसदी सस्ता बिक रहा है।राजस्थान कृषि निदेशालय के मुख्य सांख्यिकीय अधिकारी पन्नालाल के अनुसार राज्य में इस साल रबी सीजन के दौरान जौ का रकबा करीब चालीस फीसदी बढ़कर 3.54 लाख हैक्टेयर रहा। वहीं मौसम अनुकूल रहने से उत्पादकता भी 21.65 क्विंटल से बढ़कर 27.88 क्विंटल प्रति हैक्टेयर होने की संभावना के चलते जौ उत्पादन 9.85 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है। पिछले वर्ष रबी सीजन में मौसम खराब होने से सभी जिंसों की पैदावार में कमी आई थी। जौ का भी उत्पादन घटकर 5.40 लाख टन रह गया था। इस लिहाज से देखें तो इस साल जौ की पैदावार पिछले वर्ष के मुकाबले 80 फीसदी ज्यादा होने का अनुमान है।जयुपर के थोक व्यापारी चंद्रभान ने बताया कि दौसा व भीलवाड़ा में रोजाना 1000 से 1500 बोरी नया जौ आने लगा है। दौसा में नए जौ के भाव 700 से 725 रुपए व भीलवाड़ा में 800 से 825 रुपए क्विंटल खुले हैं जो कि पिछले वर्ष की तुलना में करीब बीस फीसदी कम है। उन्होंने बताया कि इस साल राजस्थान और हरियाणा में ही करीब पांच लाख बोरी जौ का स्टॉक बचा होने के अलावा उत्पादन में बढ़ोतरी का भी अनुमान है। इससे जौ में पिछले वर्ष जैसे भाव बने रहना मुकिश्ल है। लेकिन जौ के भाव 700 रुपए से नीचे उतरने की संभावना भी कम है क्योंकि इस भाव पर माल्ट फैक्ट्रियां और स्टॉकिस्ट खरीदने को तैयार दिखाई दे रहे हैं। जयपुर के ही एक अन्य थोक कारोबारी के. जी. झालानी के मुताबिक नए जौ की आवक शुरू होने से स्टॉकिस्टों ने पुराना माल निकालना शुरू कर दिया है। इससे सोमवार से गुरुवार तक चार दिन में जयपुर मंडी में पुराने जौ के भाव करीब 12 फीसदी घटकर 750 से 800 रुपए क्विंटल रह गए। उन्होंने बताया कि मांग में कमी और उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ पुराना माल काफी होने से फिलहाल जौ में सुधार की संभावना कम है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अगस्त में जौ के भाव 1100 रुपए क्विंटल तक पहुंच गए थे।केंद्र सरकार ने चालू वर्ष 2008-09 में देश में जौ के उत्पादन का लक्ष्य 15 लाख टन का रखा है। पिछले वर्ष 2007-08 में देश में जौ का उत्पादन 12.3 लाख टन का हुआ था। देश में जौ का उत्पादन मुख्यत: उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, हरियाणा और गुजरात में होता है। इसका सबसे ज्यादा उपयोग माल्ट इंडस्ट्री में होता है। पिछले साल देश में जौ का अच्छा निर्यात हुआ था। (Business Bhaskar)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें