20 फ़रवरी 2009
डीलर का कहना है कि ऊंची कीमतों से गोल्ड की डिमांड और इंपोर्ट दोनों पर असर पड़ा है। उनका कहना है कि लोग सोने की कीमत घटकर 920 डॉलर प्रति औंस पर आने का
चांदी भी सोने की राह पर चल पड़ी है। हालांकि उद्योग की हल्की मांग के बजाय चांदी के भाव पर अंतरराष्ट्रीय तेजी और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी का प्रभाव ज्यादा है। यही कारण है कि औद्योगिक मांग में कमी के बावजूद चांदी के दाम घरेलू बाजार में चालू महीने में करीब 15 फीसदी तक बढ़ गए हैं। वायदा बाजार में भी इस दौरान इसकी कीमतों में लगभग 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि गुरुवार को ऊंचे भावों में मुनाफावसूली से चांदी की कीमतों में हल्की गिरावट देखी गई। उधर सोना और ऊंचा छूने के बाद बिकवाली के दबाव से थोड़ा नीचे आ गया।दिल्ली के चांदी कारोबारी विमल कुमार गोयल ने बताया कि चांदी का करीब 65 फीसदी उपयोग औद्योगिक कार्ये में होता है। लेकिन भाव ऊंचे होने की वजह से इस समय औद्योगिक मांग काफी कमजोर है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतें बढ़ने और सोने की रिकार्ड तेजी से घरेलू बाजार में चांदी की तेजी को बल मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में दो फरवरी को चांदी के भाव 12.50 डॉलर प्रति औंस थे। गुरुवार को इसकी कीमतें बढ़कर 14.35 डॉलर प्रति औंस हो गई। दिल्ली सराफा बाजार में दो फरवरी को चांदी के दाम 19,500 रुपये प्रति किलो थे जबकि गुरुवार को इसकी कीमत 22,800 रुपये प्रति किलो हो गई। हालांकि बाद में इसमें गिरावट आई। चांदी 300 रुपये गिरकर 22,500 रुपये प्रति किलो और सोना 15,700 रुपये प्रति दस ग्राम रह गए। शेयर बाजार में मंदी और डॉलर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट से चांदी में तेजी आई है। चांदी के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले साल 15 जुलाई को 19.46 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर तक पहुंच गए थे। तब घरेलू बाजार में इसके दाम बढ़कर 26,000 रुपये प्रति किलो हो गए थे।बुलियन व्यापारी अवधेश अग्रवाल ने बताया कि इस समय ब्याह-शादियों का सीजन चल रहा है। लेकिन सोने और चांदी के भाव ऊंचे होने के कारण ग्राहकी मात्र 30 फीसदी है। इसमें भी 15 प्रतिशत ग्राहकी पुराने गहनों से नए गहने बनवाने वालों की है। बोनांजा की सीनियर रिसर्च एनॉलिस्ट रेखा मिश्रा ने बताया कि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर मार्च के वायदा भावों में चालू महीने में करीब 17 फीसदी की तेजी आ चुकी है। कई वैश्विक फंड हाउसों ने अपने पोर्टफोलियो में चांदी की हिस्सेदारी बढ़ाई है। दो फरवरी को मार्च वायदा के भाव 19,800 रुपये प्रति किलो थे, जबकि गुरुवार को इसके भाव बढ़कर 23,434 रुपये प्रति किलो हो गए। मुनाफावसूली आने से वायदा पर चांदी के मौजूदा भावों में कभी भी 1200 से 1300 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है। एमसीएक्स पर सोने के अप्रैल वायदा में चालू महीने में करीब 9 फीसदी की तेजी आकर गुरुवार को भाव ऊपर में 14,706 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। आल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शील चंद जैन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गुरुवार को सोने के भावों में भारी उठा-पटक देखी गई। सोने के दाम 980 डॉलर पर खुले तथा 10 डॉलर की गिरावट आकर नीचे में भाव 970 डॉलर तक गए। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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