28 फ़रवरी 2009
फरवरी में ऊंचे भाव पर सोने का आयात शून्य
भले ही सोना नई ऊंचाइयां छू रहा हो लेकिन इसकी मांग और खपत काफी घट गई है। यही वजह है कि सोने का आयात फरवरी माह में शून्य पर पहुंच गया। जनवरी में आयात 90 फीसदी घटकर मात्र 10 फीसदी रह गया था। लेकिन इससे अप्रभावित विदेशी बाजार में सोना और चढ़ गया। इसके साथ घरेलू बाजार में भी गिरावट थम और भाव बढ़ने लगे। ऊंचे भाव का असर सोने के आयात पर पड़ा है। विदेशी बाजार में सोने की कीमतों में भारी तेजी से देश में फरवरी महीने में सोने का आयात ही नहीं हुआ। मुंबई बुलियन एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश हुंडिया ने बताया कि पिछले वर्ष फरवरी महीने में देश में 23 टन सोने का आयात हुआ था। इस साल जनवरी माह में सिर्फ दो टन सोने का आयात हुआ था जो पिछले साल के जनवरी माह के मुकाबले 90 फीसदी कम रहा था। पिछले वर्ष जनवरी महीने में देश में 18 टन सोने का आयात हुआ था।लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतों में 24 डॉलर की धमाकेदार तेजी आई और भाव 962 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में 26 फरवरी को सोने के भाव 945 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय तेजी के असर से दिल्ली सराफा बाजार में भी सोने की कीमतों में 80 रुपये की तेजी आकर भाव 15,350 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी से भी सोने की तेजी को बल मिला है।ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष एस. सी. जैन ने बताया कि भाव ऊंचे होने के कारण घरेलू बाजारों में सोने में मांग काफी कमजोर है। ब्याह-शादियों का सीजन भी लगभग समाप्त हो गया है। मार्च महीने में क्लोजिंग के कारण भी खरीद कम होती है। ऐसे में आगामी दिनों में घरेलू बाजारों में सोने की कीमतों में गिरावट ही आनी चाहिए। सोना आयात शून्य पर पहुंचने के तथ्य को ज्यादा अहमियत न देते हुए जैन का मानना है कि भारतीय सोने के भाव विदेशी बाजार के अनुसार ही तय होंगे क्योंकि पिछले वर्षो के खपत आंकड़ों के अनुसार भारत घरेलू खपत का करीब 80 फीसदी सोना विदेशों से आयात करता है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में चालू महीने में सोने के भाव बढ़कर 1005 डॉलर प्रति औंस पर हो गये थे जिसके कारण दिल्ली सराफा बाजार में भी सोने के रिकार्ड भाव 15,910 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए थे। डॉलर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट और चालू सप्ताह में कच्चे तेल की कीमतों में सुधार आया है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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