नई दिल्ली February 22, 2009
उत्पादन कम रहने के अनुमानों के बीच देश में चीनी की कीमत इस सत्र में अब तक 25 प्रतिशत बढ़ी है। यह चीनी सत्र अक्तूबर 2008 से शुरू हुआ था। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि देश के प्रमुख शहरों में चीनी की खुदरा कीमत 19 फरवरी को 22.25 रुपये प्रति किलो थी।
यह 1 अक्टूबर 2008 को 19.21 रुपये प्रति किलो के दायरे में थी। एक विश्लेषक का कहना है कि चीनी की कीमतों में विशेषकर पिछले साल जुलाई के बाद से तेजी आ रही है। उन्होंने कहा कि 2008-09 सत्र में गन्ने की कम उपलब्धता के कारण चीनी उत्पादन काफी कम रहने का अनुमान के चलते कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
राष्ट्रीय राजधानी में चीनी की कीमत इस साल 19 फरवरी को अधिकतम 25 प्रतिशत बढ़कर 25 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई। यह अक्तूबर 2008 में 20 रुपये प्रति किलो थी। मुंबई लखनऊ, भुवनेश्वर तथा पटना आदि शहरों में भी कीमतों में 1 से 5 रुपये प्रति किलो तक की तेजी दर्ज की गई है।
मुंबई में चीनी की कीमतें 3.50 रुपये प्रति किलो चढ़ी हैं, जबकि कोलकाता में तीनी 23 रुपये प्रति किलो बिक रही है और वहां पर इस दौरान 2 रुपये प्रति किलो की बढ़त दर्ज की गई है। ऐसा केवल मेट्रो शहरों में नहीं है, बल्कि लखनऊ में चीनी की कीमतों में 3 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह इस समय 24 रुपये किलो बिक रही है।
भुवनेश्वर में भी 2.5 रुपये प्रति किलो की बढ़त दर्ज की गई है। बहरहाल एक बड़ी चीनी मिल के एक अधिकारी ने कहा कि इस समय 21 रुपये प्रति किलो से ज्यादा चीनी का मूल्य सही है क्योंकि हम इसके लिए गन्ने पर 16 रुपये और बनाने की प्रक्रिया पर 5 रुपये प्रति किलो खर्च कर रहे हैं। (BS Hindi)
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