लखनऊ February 20, 2009
उत्तर प्रदेश में सीमेंट की कीमतों में आग लग गई है। बीते दो महीनों से सीमेंट की कीमतों में बढ़त का सिलसिला जारी है और अब हालात यहां तक आ गए हैं कि इसकी कालाबाजारी भी होने लगी है।
राजधानी लखनऊ में तो सीमेंट कारोबारियों ने राशनिंग तक करना शुरु कर दिया। सीमेंट के ज्यादातर दुकानदारों ने अब एक आदमी पर केवल पांच बोरी सीमेंट का कोटा तय कर दिया है। दुकानदारों का कहना है कि सीमेंट की जमाखोरी में भी लोग शामिल है इस लिए कोटा तय करना पड़ा है।
हालांकि स्टाकिस्टों का कहना है कि बाजार में कमी होने का कोई स्पष्ट कारण नही नजर आता है पर सरकारी मांग बढ़ने से ऐसा हो रहा है। राजधानी लखनऊ में एसीसी सीमेंट की जो बोरी पहले 205 रुपये की थी उसकी कीमत अब बढ़कर 300 रुपये हो गयी है।
प्रदेश के बाकी जिलों में तो इसकी कीमत 330 रुपये हो गयी है। खास बात यह है कि सीमेंट की बोरी पर पुराना दाम ही प्रिंट है पर कारोबारी इसकी ज्यादा कीमत वसूल रहे हैं। सीमेंट की कीमत बढ़ने से हालांकि निर्माण के कामों पर कोई खास फर्क नही पड़ा है, पर बनाए जा रहे मकानों की लागत जरुर बढ़ रही है।
व्यापारी नेता हरिशंकर मिश्रा का कहना है कि सीमेंट के साथ ईंट और आरसीसी गिट्टी की कीमत में भी इजाफा हो गया है जिसके चलते मकान बनाना दुश्वार हो गया है। इस समय आरसीसी गिट्टी की कीमत 45 रुपये प्रति वर्ग फीट पड़ रही है जबकि पहले यही कीमत 27 रुपये प्रति वर्ग फीट चल रही थी।
इसी तरह ईंट की कीमत में भारी इजीफा हो गया है। एक ही महीने पहले जहां ईंट की कीमत 2600 रुपये प्रति हजार चल रही थी वहीं आज इसकी कीमत 3400 रुपये तक जा पहुंची है। जानकारों का कहना है कि मजदूरी बढ़ने के चलते और इस दौरान निर्माण कार्य बढ़ने की वजह से कीमतें उपर जा रही हैं। (BS HIndi)
23 फ़रवरी 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें