नई दिल्ली 02 23, 2009
चीनी के साथ इस साल गुड़ की मिठास भी कम होती जा रही है। कीमत की कड़वाहट ने गुड़ को ज्यादा प्राभिवत किया है।
गुड़ के भाव में इस साल 65-100 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। जबकि चीनी की कीमत में पिछले साल के मुकाबले 45-50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
उत्तर प्रदेश में गुड़ की थोक कीमत 18-19 रुपये प्रति किलोग्राम है वही महाराष्ट्र में गुड़ के भाव 22-23 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर हैं। हरियाणा में यह कीमत 18 रुपये प्रति किलोग्राम, गुजरात में 25 रुपये प्रति किलोग्राम, तो उत्तराखंड में 17 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच चुकी है।
फिलहाल देश में गुड़ की औसत कीमत 19 रुपये प्रति किलोग्राम है जबकि पिछले साल यह 10 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर थी। महाराष्ट्र और कर्नाटक में गुड़ की कीमत में 100 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी है जहां पिछले साल इसके भाव क्रमश: 1100 व 933 रुपये प्रति क्विंटल थे।
उत्तर प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले करीब 67 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है जहां पिछले साल गुड़ 1050 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था। खंडसारियों के मुताबिक कीमत में बढ़ोतरी मुख्य रूप से गन्ने की आपूर्ति में कमी के कारण है।
गन्ने की अधिक उपलब्धता होने पर चीनी मिल उसी गन्ने को खरीदते हैं जिसमें अधिक र स होता है। लेकिन इस बार चीनी मिल के लिए ही गन्ने की भारी कमी थी लिहाजा गुड़ बनाने वालों को पिछले साल के मुकाबले 60-80 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ी हुई कीमत पर गन्ने की खरीदारी करनी पड़ी।
उत्तर प्रदेश में गन्ने की बिक्री 160-180 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हो रही है। खंडसारियों का यह भी कहना है कि चीनी की बिक्री पर सरकारी नियंत्रण है। और राशन की दुकानों के लिए हर चीनी मिल को एक निश्चित अनुपात में सरकार को लेवी की चीनी देनी पड़ती है। लेकिन गुड़ के साथ ऐसी कोई शर्त लागू नहीं है।
चीनी की कीमत में पिछले तीन महीनों में पांच रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी के बावजूद पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 45-50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
दिल्ली के थोक बाजार में चीनी की कीमत पिछले साल फरवरी माह के मध्य में 15-16 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर थी। फिलहाल यह कीमत 23-24 रुपये प्रति किलोग्राम है। उत्तर प्रदेश में यह कीमत फिलहाल 22 रुपये प्रति किलोग्राम है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह कीमत 14.50 रुपये प्रति किलोग्राम थी। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें