ईंधन, खाद्य और मादक पेयों की निम्न कीमतों की वजह से 31 जनवरी को समाप्त होने वाले सप्ताह के दौरान देश की मुद्रास्फीति की दर 4.39 फीसदी के स्तर पर आ गई, जो पिछले एक साल का निम्नतम स्तर है। महंगाई दर के इस कदर नीचे आने में 28 जनवरी को पेट्रोल, डीजल और घरलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में की गई कटौती की बड़ी भूमिका रही। इसके पहले 12 जनवरी, 2008 को समाप्त होने वाले सप्ताह में महंगाई दर 4.36 फीसदी पर रही थी।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने इस पर अपनी टिप्पणी में कहा कि साल-दर-साल आधार पर मुद्रास्फीति की दर में 68 आधार अंकों की गिरावट आई है जो 24 जनवरी, 2009 के 5.1 फीसदी से गिरकर 31 जनवरी, 2009 को 4.4 फीसदी पर आ गई। वक्तव्य में कहा गया कि आखिरकार महंगाई दर पांच फीसदी से नीचे आ ही गई। मालूम हो कि सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों के बाद सेही महंगाई की दर लगातार गिरावट दर्शा रही है। आलोच्य सप्ताह के दौरान ईंधन समूह के सूचकांक में 3.1 फीसदी की गिरावट आई जिसमें मुख्य भूमिका पेट्रोल की कीमतों में 11 फीसदी, घरलू एलपीजी सिलंडर में 8 फीसदी और डीजल में 7 फीसदी की कमी रही। मूंगफली तेल की कीमतें तीन फीसदी सस्ती हुईं, जबकि आयातित खाद्य तेल तथा सरसों तेल में दो फीसदी से अधिक की गिरावट आई। (Business Bhaskar)
13 फ़रवरी 2009
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