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05 फ़रवरी 2009

आयात नियमों में राहत के बाद भी चीनी स्थिर

केंद्र सरकार द्वारा रॉ शुगर के आयात में रियायत देने के बावजूद दिल्ली बाजार में चीनी की कीमतों में गिरावट नहीं आई है। चालू फसल सीजन में चीनी के उत्पादन में भारी गिरावट से दिल्ली बाजार में बुधवार को चीनी की कीमतें स्थिर रहीं। हालांकि मुनाफावसूली से वायदा बाजार में चीनी की कीमतों में जरूर गिरावट दर्ज की गई। हालांकि आसान शर्तो पर चीनी आयात के लिए अधिसूचना अभी तक जारी नहीं हुई है। दिल्ली के चीनी व्यापारी सुधीर भालोठिया ने बताया कि मिलों की बिकवाली कम आने और स्टॉकिस्टों की खरीद बराबर रहने के कारण रॉ शुगर आयात के नियमों में बदलाव का बाजार पर प्रभाव नहीं पड़ा है। गन्ने की कमी के कारण हरियाणा और उत्तर प्रदेश की कई मिलें जहां बंद हो गई है वहीं कई मिलों में उत्पादन काफी कम हो रहा है। गन्ने की कमी के कारण चालू महीने के आखिर तक 70 से 80 प्रतिशत मिलों में उत्पादन बंद होने की आशंका है। पिछले साल उत्तर प्रदेश में अप्रैल के मध्य तक चीनी मिलें चली थी। उन्होंने बताया कि रॉ शुगर आयात के नियमों में बदलाव का फैसला देर से लिया गया है तथा जब तक कंपनियॉं रॉ शुगर का आयात करेंगी, तब तक ज्यादातर मिलें बंद हो चुकी होंगी।वैसे भी भारत द्वारा रॉ शुगर आयात के नियमों में बदलाव करने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमतें तेज हो गई हैं। दिल्ली बाजार में एम ग्रेड चीनी के भाव 2350 से 2400 रुपये और एस ग्रेड चीनी के भाव 2325 से 2375 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। उत्तर प्रदेश की मिलों के भाव भी 2200 से 2250 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर ही टिके रहे। हालांकि नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) पर फरवरी महीने के वायदा में 61 रुपये की गिरावट आकर भाव 2055 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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